शिव सेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर कटाक्ष करते हुए उनकी तुलना आईसीयू के मरीज से की है. पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के सम्पादकीय में कहा गया है कि चव्हाण फालतू की बकवास कर रहे हैं. सम्पादकीय में गांधी परिवार पर भी निशाना साधा गया है.
सामना के सम्पादकीय में पृथ्वीराज चव्हाण के उस हालिया बयान का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को सरकार चलने का अनुभव नहीं है. शिव सेना ने कहा है, 'यह बयान ठीक उसी तरह है जैसे कोई अज्ञानी ब्रह्मज्ञान बांचे. सीएम चव्हाण खुद अपने लिए सुरक्षित सीट को लेकर परेशान हैं जिससे उनकी दिमागी हालत खराब हो गई है. उनकी हालत आईसीयू के मरीज जैसी हो गई है.'
चव्हाण के अनुभव पर सवाल उठाते हुए सामना में कहा गया है कि जब चव्हाण महाराष्ट्र के सीएम बने थे तो उनके पास कौन सी अनुभव की डिग्री थी. उन्हें तो इसकी भी जानकारी नहीं थी कि राज्य में कितनी तहसीलें हैं. पश्चिम महाराष्ट्र के अपने विधायकों के नाम तक उन्हें पता नहीं थे. मंत्रालय में डेस्क पर बैठे किसी ऑफिसर को भी उस समय चव्हाण से ज्यादा अनुभव हुआ करता था.
सम्पादकीय में गांधी परिवार पर भी निशाना साधा गया है. पूर्व पीएम राजीव गांधी पर सवाल उठाते हुए 'सामना' में कहा गया है कि राजीव के पास किस तरह के प्रधानमंत्री पद के अनुभव का सर्टिफिकेट था? जब राहुल को कांग्रेस प्रधानमंत्री पद पर बैठाने की बात कर रही थी तब महाराष्ट्र के इस 'बाबा' की हिम्मत नहीं हुई कि पूछ ले कि 'बाबा' तेरा अनुभव क्या है? पृथ्वीराज जाते जाते अपनी जगहंसाई क्यों कर रहे हैं.
'सामना' में पृथ्वीराज चव्हाण के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. कहा गया है कि चव्हाण के महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य की सत्ता संभालने का राज्य को तो कोई फायदा नहीं हुआ, भ्रष्टाचार जरूर बढ़ गया. शिव सेना ने कहा है, 'हमें कुर्सी की भूख नहीं है. राज्य की जनता ने यदि तय किया तो हम मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं.'