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एल्गार परिषद मामले में NIA ने सागर गोरखे और रमेश गैचोर को किया गिरफ्तार

इससे पहले सोमवार को NIA ने लेखक वरवरा राव के दो दामादों को नोटिस भेजकर एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा था. वरवरा के दामादों को 9 सितंबर को NIA के समक्ष गवाहों के तौर पर प्रस्तुत होने को कहा गया है.

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साल 2017 में भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़क थी
साल 2017 में भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़क थी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सोमवार को ही NIA ने लेखक वरवरा राव के दो दामादों को नोटिस भेजा
  • 1 दिसंबर 2017 को महाराष्ट्र के पुणे में एल्गार परिषद की एक बैठक हुई थी
  • आरोप था कि बैठक में भड़काऊ भाषण दिए गए, जिसके बाद हिंसा भड़की

एल्गार परिषद मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी  (NIA) ने सागर गोरखे (Sagar Gorkhe) और रमेश गैचोर (Ramesh Gaichor) को देर रात गिरफ्तार किया है. इससे पहले सोमवार को NIA ने लेखक वरवरा राव के दो दामादों को नोटिस भेजकर एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा था. वरवरा के दामादों को 9 सितंबर को NIA के समक्ष गवाहों के तौर पर प्रस्तुत होने को कहा गया है.

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वहीं, शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने एल्गार परिषद के माओवादियों के साथ कथित जुड़ाव मामले में आरोपी गौतम नवलखा की जमानत याचिका पर NIA को नोटिस जारी किया था. कोर्ट ने NIA को 15 सितंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है. बेंच नवलखा की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने जमानत खारिज करने के विशेष अदालत के फैसले को चुनौती दी है.

नवलखा ने विशेष अदालत से कहा था कि वह खुद ही जमानत के हकदार हैं क्योंकि उनकी हिरासत को 90 से ज्यादा दिन हो चुके हैं, लेकिन अभियोजन इस अवधि में आरोपपत्र दाखिल नहीं कर पाया. हालांकि, NIA ने दलील दी थी कि उनकी याचिका विचार योग्य नहीं है.

बता दें कि 31 दिसंबर 2017 को महाराष्ट्र के पुणे में एल्गार परिषद की एक बैठक हुई थी. आरोप था कि इस बैठक में भड़काऊ भाषण दिए गए थे, जिसके बाद भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़क गई थी और दंगों जैसी स्थिति आई थी.

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