महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ड्रग्स केस को लेकर लगातार नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर निशाना साध रहे हैं. इसी बीच मलिक के दामाद समीर खान (Sameer Khan) ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. समीर ने हाईकोर्ट से उनके खिलाफ चल रहे ड्रग्स मामले को खारिज करने की मांग की है.
समीर खान को एनसीबी ने 13 जनवरी को गिरफ्तार किया था. एनसीबी ने गिरफ्तारी के बाद ये दावा किया था कि समीर खान और अन्य दो आरोपियों, रहीला फर्नीचरवाला और करण सेजनानी ने 194.6 किलोग्राम गांजा की खरीद, बिक्री की साजिश रची थी. इनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) की धारा 8 (सी), 20 (बी) (सी), 27 ए, 27, 28 और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, समीर को जमानत मिल चुकी है.
मामले में झूठा फंसाया गया- समीर खान
खान ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया था और उनके और उनके साथियों के पास से कोई भी प्रतिबंधित सामग्री बरामद नहीं हुई थी. इसमें यह भी कहा गया है कि एनसीबी ने मेरे पास से जो सामग्री मिलने का दावा किया था, वह व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए थी. इस जब्त की गई सामग्री के 18 नमूने फोरेंसिक लैब में भेजे गए थे, जिसमें से 11 नमूने नकारात्मक पाए गए हैं. ऐसे में मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं बनता.
याचिका में यह भी कहा गया है कि यह दिखाने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं कि समीर खान ने बाकी आरोपियों के साथ किसी भी तरह का लेन-देन किया था. गौरतलब है कि विशेष न्यायाधीश ने 14 अक्टूबर, 2021 को खान को जमानत दे दी थी. बता दें कि समीर खान नौ महीने सलाखों के पीछे थे.