शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें पात्रा चॉल जमीन घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है.
रविवार सुबह ED की टीम संजय राउत के घर पहुंच गई थी. 9 घंटे उनके घर की तलाशी ली. उनसे 6 घंटे पूछताछ की और फिर देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
इसी के साथ संजय राउत महा विकास अघाड़ी के उन नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं, जो जांच एजेंसियों के शिकंजे में हैं. राउत से पहले नवाब मलिक, अनिल देशमुख, अनिल परब और भावना गवली जांच एजेंसियों के रडार पर हैं.
किस पर क्या हैं आरोप?
1. संजय राउत
- पात्रा चॉल जमीन घोटाले में नाम सामने आया है. ये पूरा घोटाला गोरेगांव में पात्रा चॉल के रिडेवलपमेंट से जुड़ा हुआ है. इसके रिडेवपलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया गया था. लेकिन इसने फ्लैट को रिडेवलप करने की बजाय ये पूरी जमीन 9 बिल्डरों को बेच दी. ये पूरा घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है.
- जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी के पूर्व डायरेक्टर के संबंध संजय राउत से थे. ED के मुताबिक, कंस्ट्रक्शन कंपनी के पूर्व डायरेक्टर प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये जमा किए थे.
- इस मामले में सुजीत पाटकर का नाम भी सामने आया था, जो संजय राउत का करीबी है. सुजीत पाटकर की पत्नी और संजय राउत की पत्नी ने मिलकर अलीबाग में एक जमीन भी खरीदी थी. इसे ED ने अप्रैल में जब्त कर लिया था.
2. अनिल देशमुख
- अनिल देशमुख अभी जेल में ही बंद हैं. पिछले साल मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री रहते हुए अनिल देशमुख ने एपीआई सचिन वाजे को ऑर्केस्ट्रा बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने के आदेश दिए थे. इस मामले की जांच CBI कर रही है.
- बाद में ED ने भी इसकी जांच शुरू की. ED को जांच में मिला कि गृह मंत्री रहते हुए देशमुख ने अपने पद का दुरुपयोग किया और मंबई के ऑर्केस्ट्रा बार से 4.70 करोड़ रुपये की वसूली की. बाद में इस पैसे को उनके बेटे ऋषिकेश देशमुख ने दिल्ली की एक शेल कंपनी को कैश के रूप में ट्रांसफर किए. उसके बाद यही रकम श्री साईं शिक्षण संस्था को डोनेशन के रूप में मिली. इस संस्था को देशमुख परिवार चलाता है.
3. अनिल परब
- उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना विधायक अनिल परब भी मुश्किल में हैं. खेती की जमीन पर अवैध तरीके से रिसॉर्ट बनाने के मामले में उनके खिलाफ जांच की जा रही है. मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में ED ने भी उनपर केस दर्ज कर रखा है. ED परब से पूछताछ भी कर चुकी है.
- ये पूरा मामला रत्नागिरी जिले की दापोली तहसील के मुरुड गांव में बने रिसॉर्ट का है. उन पर आरोप है कि उन्होंने जबरन वसूली से कमाई की और इस पैसे से दापोली में रिसॉर्ट बनवाया. ED ने रिसॉर्ट बनवाने में मनी लॉन्ड्रिंग होने का केस दर्ज किया है.
4. नवाब मलिक
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता नवाब मलिक के खिलाफ इसी साल फरवरी में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. उनके अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंध होने के भी आरोप हैं. मई में ED ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें दावा किया गया था कि नवाब मलिक 16 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हैं.
- ED की चार्जशीट के मुताबिक, नवाब मलिक के खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया है, वो 15.99 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है. इसमें 2007-08 से कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड के किरायेदारों से किराए के रूप में एकत्र किए गए 11.7 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. इनमें से 55 लाख रुपये दाऊद की बहन हसीना पार्कर को दिए गए थे.
5. भावना गवली
- पिछले साल अगस्त में ED ने शिवसेना सांसद भावना गवली के घर और दफ्तर पर छापा मारा था. ये छापेमारी 72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा था. इस मामले में ED ने सितंबर में भावना गवली के करीबी सईद खान को भी गिरफ्तार किया था.