scorecardresearch
 

उद्धव ठाकरे को लगा बड़ा झटका, विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे हुईं शिंदे की शिवेसना में शामिल

उद्धव गुट की बड़ी नेता नीलम गोरे उद्धव ठाकरे की शिवसेना को अलविदा कह दिया है. नीलम गोरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व को किया स्वीकार करते हुए शिवसेना का दामन थाम लिया है. नीलम विधान परिषद की उपसभापति हैं.

Advertisement
X
उद्धव गुट की विधान परिषद की सदस्य नीलम गोरे शिंदे सेना में हुईं शामिल
उद्धव गुट की विधान परिषद की सदस्य नीलम गोरे शिंदे सेना में हुईं शामिल

शिवसेना (यूबीटी) को एक और झटका लगा है. पार्टी नेता और विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गई हैं. सीएम शिंदे ने भगवा शॉल उड़ाकर नीलम का पार्टी में स्वागत किया. इस दौरान उनके समर्थकों ने नीलम गोरे के समर्थन में 'नीलम ताई तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं..' के नारे लगाए.

Advertisement

लगातर छूट रहे हैं उद्धव के साथी

उद्धव ठाकरे के लिए नीलम का पार्टी छोड़ना बड़ा झटका माना जा रहा है. बीते समय में पार्टी के कई दिग्गज शिंदे सेना में शामिल हो चुके हैं. मनीषा कायंडे और विप्लव बजरिया के बाद नीलम गोरे शिव सेना (यूबीटी) की तीसरी एमएलसी हैं जो शिंदे गुट में शामिल हुई हैं.  नीलम गोरे साल 2002 से लगातार विधान परिषद के लिए चुनी जा चुकी हैं और चार बार से लगातार विधान परिषद की सदस्य हैं.

शिशिर शिंदे ने छोड़ी थी पार्टी

कुछ दिन पहले ही पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने भी एकनाथ शिंदे गुट का दामन थाम लिया था.वह उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवेसना (यूबीटी) से अलग होने के बाद राज ठाकरे के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) में शामिल हो गए थे.उन्होंने पिछले महीने शिवसेना (यूबीटी) से इस्तीफा दे दिया था.

Advertisement

उन्होंने उद्धव ठाकरे को सौंपे अपने इस्तीफे में कहा था कि पार्टी का उपनेता बने हुए उन्हें  एक साल हो गया है, लेकिन अब तक कोई भी बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा था कि बीते छह महीने से उद्धव ठाकरे उनसे मिल ही नहीं रहे थे. उनका कहना है कि शिवसेना में उनके चार साल बर्बाद हो गए. बता दें कि शिशिर शिंदे 2019 में भांडूप वेस्ट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक थे.. 


 

Advertisement
Advertisement