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महाराष्ट्र: ठाणे में भेड़ों की लड़ाई का आयोजन, 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भेड़ों की लड़ाई का आयोजन करने पर 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इनमें से 10 लोगों की पहचान हो चुकी है. हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. भेड़ों की लड़ाई पशु क्रूरता की श्रेणी में आती है, क्योंकि इसमें जानवरों को एक-दूसरे से लड़ने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं या उनकी मौत भी हो सकती है. इसलिए इसे प्रतिबंधित किया गया है.

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यह एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है
यह एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भेड़ों की लड़ाई आयोजित करने पर 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. यह प्रतिबंधित आयोजन रविवार को डोंबिवली ईस्ट में किया गया था. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-III को गुप्त सूचना मिली थी कि डोंबिवली के तिलकनगर इलाके में भेड़ों की लड़ाई आयोजित की जा रही है. इस पर टीम ने मौके पर छापा मारा और इस अवैध आयोजन को रोका

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एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'इस मामले में 40 लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (Prevention of Cruelty to Animals Act)के तहत केस दर्ज किया गया है. इनमें से 10 लोगों की पहचान हो चुकी है. हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.'

भेड़ों की लड़ाई पर क्यों है प्रतिबंध?

भेड़ों की लड़ाई पशु क्रूरता की श्रेणी में आती है, क्योंकि इसमें जानवरों को एक-दूसरे से लड़ने के लिए मजबूर किया जाता है, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं या उनकी मौत भी हो सकती है. पशु अधिकार संगठनों और सरकार द्वारा ऐसे आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है.

पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत किसी भी जानवर के प्रति हिंसा या अत्याचार गैर-कानूनी है. इसके बावजूद देश के कुछ हिस्सों में गुपचुप तरीके से जानवरों की लड़ाई कराई जाती है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस अवैध आयोजन के पीछे कौन-कौन लोग हैं, इसकी जांच की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इस लड़ाई पर सट्टेबाजी हो रही थी.

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