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मुंबई में भी 'शाहीन बाग', CAA के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाएं

इस वक्त शाहीन बाग की तर्ज पर ही देश के करीब 9 राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है. इन राज्यों में महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल शामिल है. झारखंड की राजधानी रांची में भी CAA के खिलाफ महिलाओं ने आवाज बुलंद कर रखी है.

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मुंबई में CAA के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं
मुंबई में CAA के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं

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  • रविवार रात से दक्षिण मुंबई के नागपाडा में धरने पर बैठीं महिलाएं
  • देश में लगभग 24 जगहों पर महिलाओं ने 24 घंटे का प्रदर्शन शुरू किया

दिल्ली का शाहीन बाग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन का मॉडल बन गया है. पिछले 44 दिनों से शाहीन बाग में महिलाएं नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. शाहीन बाग की तर्ज पर ही देश के लगभग 9 राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है. पटना के सब्जीबाग, वाराणसी के बेनियाबाग के बाद अब मुंबई में भी सैकड़ों महिलाएं शाहीन बाग की तर्ज पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने पर बैठ गई हैं.

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शाहीन बाग में पिछले 44 दिन से महिलाएं सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. इनके प्रदर्शन के तरीके से प्रभावित होकर देश के 9 राज्यों में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है. 26 जनवरी यानी रविवार रात से दक्षिण मुंबई के नागपाडा में महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं. इन महिलाओं के हाथ में तख्तियां हैं, जिस पर नागरिकता कानून और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के खिलाफ नारे लिखे हैं.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मोरलैंड रोड स्थित अरबिया होटल के बाहर सैकड़ों महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं. इनमें से ज्यादातर महिलाएं मुस्लिम समुदाय से हैं. ये महिलाएं मदनपुरा, झूला मैदान और सेंट्रल मुंबई की निवासी हैं. मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ये महिलाएं अब तक धरने से नहीं उठी हैं. उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी हैं. जिन पर सीएए के विरोध में नारे लिखे हैं. तख्तियों पर लिखा है- हम सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हैं. ये हमें बांट रहे हैं. हमारे अस्तित्व का सम्मान होना चाहिए.

नागपाडा पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर शालिनी शर्मा ने कहा, "मैंने प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझाया कि प्रदर्शन से पहले अनुमति लेनी होती है, ऐसे में उन्हें धरना खत्म करना चाहिए. लेकिन उन्होंने धरना खत्म करने से इनकार कर दिया.'

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बता दें कि पिछले 44 दिनों में शाहीन बाग प्रदर्शन के मॉडल के रूप में  सामने आया है. यहां शांतिपूर्ण तरीके से महिलाएं CAA के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही हैं. इन महिलाओं की इच्छाशक्ति से प्रेरित होकर देश में लगभग 24 जगहों पर महिलाओं ने 24 घंटे का प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

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देश के 9 राज्यों में CAA के खिलाफ प्रदर्शन

इस वक्त शाहीन बाग की तर्ज पर ही देश के करीब 9 राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है. इन राज्यों में महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल शामिल है. झारखंड की राजधानी रांची में भी CAA के खिलाफ महिलाओं ने आवाज बुलंद कर रखी है. उधर, पटना के सब्जी बाग में भी शाहीन बाग बन गया है. यहां 12 जनवरी से स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा बिहार के गया, बेगूसराय और सहरसा शहर में भी शाहीन बाग की तर्ज पर धरना-प्रदर्शन हो रहा है.

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में भी कई दिनों से महिलाएं डटी हैं, जबकि अमरावती में भी महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं. औरंगाबाद में  CAA के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठीं महिलाओं का कहना है कि जबतक CAA वापस नहीं होता है वे वापस नहीं जाएंगीं.

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