एनसीपी नेता शरद पवार ने ईवीएम और सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला. पवार ने कहा कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान हमले की बात कर समाज में दरार पैदा करने की कोशिश की. चुनावों के दौरान हम नोटंबदी और 15 लाख की बात करते रहे, लेकिन बीजेपी राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात करती रही. लोग राष्ट्रवाद के बारे में चिंतित थे और इसलिए उन्हें वोट दिया. चुनाव के बाद कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है.
ईवीएम पर सवाल उठाते हुए पवार ने कहा कि ईवीएम जो वीवीपैट पर्ची दिखाती है, वह चुनाव अधिकारी के सामने नहीं रखी जाती है. जो वोट गिने जाते हैं, वे दूसरी मशीन से होते हैं. तो जो आप वीवीपैट में देखते हैं, वह समान नहीं हो सकता है. ईवीएम की सेटिंग के लिए दो कंपनियां काम करती हैं. हम दिल्ली में तकनीशियनों और विपक्षी दलों के साथ इस पर चर्चा करेंगे.
पवार ने कहा कि अगर लोगों को पता चलता है कि वे जो वोट डाल रहे हैं वह उनकी पसंद के उम्मीदवार के लिए नहीं जा रहा है, तो वे अब विरोध दर्ज करा सकते हैं. ये लोग भविष्य में कानून हाथ में ले सकते हैं. हमें ऐसा नहीं होने देना चाहिए.
खास बात है कि इस दौरान पवार के भतीजे और पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार ने ईवीएम पर उठ रहे सवालों को खारिज कर दिया. अजीत ने कहा कि जब हम हार जाते हैं तो हम ईवीएम को दोष देते हैं, लेकिन जब हम जीतते हैं तो हम इसका श्रेय लेते हैं. इसलिए हमें लोकसभा चुनाव में अब जो हुआ उसका विश्लेषण करना बंद करना चाहिए और विधानसभा की तैयारी करनी चाहिए.