कांग्रेस और एनसीपी की विलय की खबरों को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने खारिज कर दिया है. पार्टी की एक बैठक में शरद पवार ने ईवीएम के साथ कथित छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया और कहा कि उन्हें इस तकनीक पर शुरुआत से ही संदेह है. लोकसभा परिणाम और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को यह बैठक आयोजित की गई थी.
शरद पवार ने कहा, एनसीपी की अपनी एक पहचान है और वह इसे बरकरार रखेगी. कांग्रेस के साथ पार्टी के विलय की बात कुछ पत्रकारों ने उड़ाई है जो नहीं चाहते कि सहयोगी दलों के साथ हमारा साथ बना रहे. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से दिल्ली में पवार की मुलाकात के बाद एनसीपी के कांग्रेस में विलय की अटकलें शुरू हुई थीं. इस बैठक में एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, पवार साहेब का 79वां जन्मदिन दिसंबर में है. हम उन्हें 80 विधायकों का उपहार देंगे.
ऐसे आई विलय की खबर
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बुधवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने मुलाकात की थी. इस मुलाकात से पहले कांग्रेस और एनसीपी के विलय की खबरें आई थीं. हालांकि, ये साफ नहीं है कि ये मुलाकात विलय को लेकर था या फिर इस दौरान लोकसभा चुनाव के परिणामाों पर चर्चा हुई थी. इससे पहले राहुल गांधी से मिलने कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने भी मुलाकात की थी.
दिल्ली के सियासी गलियारों में चर्चा थी कि अब एनसीपी का कांग्रेस में विलय हो जाना चाहिए. अगर एनसीपी और कांग्रेस का विलय होता तो कांग्रेस के सांसदों की संख्या बढ़कर 57 हो जाती जिसके बाद उसे विपक्षी नेता का पद भी मिल जाता. खैर अब शरद पवार ने चर्चाओं से धूल हटाकर साफ कर दिया कि एनसीपी का कांग्रेस में विलय होने का कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने इस प्रकार की खबरों को साफ खारिज कर दिया.