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'विचारों की लड़ाई में MVA के साथ रहेंगे शरद पवार', अजित के साथ मीटिंग पर बोले नितिन राउत

शरद पवार और अजित पवार की हाल ही में पुणे में एक उद्योगपति के घर पर बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद तमाम सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं. अब इस पर कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा है कि विचारों की लड़ाई में शरद पवार एमवीए के साथ ही रहेंगे.

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शरद पवार (फाइल फोटो)
शरद पवार (फाइल फोटो)

अजित पवार के साथ शरद पवार की सीक्रेट मीटिंग के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने तो यहां तक कह दिया था कि पीएम मोदी ने अजित पवार के सामने शर्त रखी है कि अगर वे मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो शरद पवार को एनडीए में शामिल कराएं. इस बीच कांग्रेस नेता नितिन राउत का बयान भी आया है. उन्होंने कहा है कि शरद पवार विचारों की लड़ाई में महाविकास अघाड़ी के साथ ही रहेंगे. 

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महाराष्ट्र कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा, "शरद पवार देश के सीनियर नेता हैं. देश की राजनीति में हमेशा असमंजस की स्थिति रही है. शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात से अस्थिरता पैदा हो गई है, उन्हें ऐसा कोई रुख नहीं अपनाना चाहिए. परिवार अलग है और राजनीति अलग है. यह समझना चाहिए कि विचारों की लड़ाई में शरद पवार महाविकास अघाड़ी के साथ रहेंगे." 

शरद पवार और अजित पवार की हाल ही में पुणे में एक उद्योगपति के घर पर बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद तमाम सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि पीएम मोदी ने अजित पवार के सामने शर्त रखी है कि अगर वे राज्य के सीएम बनना चाहते हैं, तो शरद पवार को NDA में शामिल कराएं. हालांकि, शिवसेना (उद्धव गुट) ने इस तरह के किसी भी ऑफर से इनकार किया है.   

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बगावत के बाद 4 बार मुलाकात कर चुके हैं अजित   

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है कि अजित ने बगावत के बाद शरद पवार से पहली बार मुलाकात की हो, इससे पहले दोनों नेता तीन बार मुलाकात कर चुके हैं. इन मुलाकातों के बाद हर बार सियासी अटकलें भी लगाई गईं. इसके बाद पवार ने सफाई में कहा कि वे कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे.  

शरद पवार ने शुरू की महाराष्ट्र यात्रा 

इस बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने गुरुवार से राज्य की यात्रा शुरू कर दी है. वह आज बीड में जनसभा को संबोधित करेंगे. शरद पवार की रणनीति बागी विधायकों के क्षेत्रों में जाकर शक्ति प्रदर्शन करने की है. इसके लिए सबसे पहले उन्होंने मराठवाड़ा का बीड इलाका चुना. यह अजित पवार खेमे में शामिल धनंजय मुंडे का विधानसभा क्षेत्र है. मुंडे एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री भी हैं. माना जा रहा है कि बीड से शरद पवार बागियों पर निशाना साध सकते हैं.  

हाल ही में अजित पवार ने की बगावत 

बता दें कि बीती 2 जुलाई को शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी थी. वे एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार ने डिप्टी सीएम बन गए हैं, जबकि उनके साथ 8 बागी विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली थी. 

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