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मोदी की लॉलीपॉप टिप्पणी पर पवार बोले- प्रधानमंत्री को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि तात्कालिक फायदे के लिए की गई घोषणाएं कभी सार्थक नहीं हो सकतीं. ये सभी घोषणाएं लोगों को मूर्ख बनाने के लिए की गई हैं.

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एनसीपी प्रमुख शरद पवार (फोटो-Twitter/@PawarSpeaks)
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (फोटो-Twitter/@PawarSpeaks)

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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकार द्वारा किसानो की कर्जमाफी को लॉलीपॉप बताते हुए हमला बोला था कि कांग्रेस एक 'लॉपीपॉप कंपनी' है जिसे देश के किसानों की कोई वास्तविक चिंता नहीं है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने इस बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि इस तरह की भाषा देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती.

अहमदनगर में प्रेस को संबोधित करने हुए एनसीपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि इस तरह की भाषा देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती. वास्तव में केंद्र को उन राज्यों को आर्थिक मदद देनी चाहिए जो किसानों का कर्ज माफ कर रहे हैं. लेकिन ऐसा करने के बजाए प्रधानमंत्री किसानों को राहत पहुंचाने के प्रयासों का मजाक उड़ा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह टिप्पणी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस सरकारों द्वारा कर्जमाफी की घोषणा के बाद आई है.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस पर कर्जमाफी के जरिए किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्यों में कांग्रेस की सरकारों ने चुनाव से पहले किये गए वादे को पूरा करने के बजाय लॉलीपॉप थमाया. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस-जेडी(एस) सरकार के कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद सिर्फ 800 किसानों का कर्ज माफ हुआ.

वहीं प्रधानमंत्री के इस दावे को खारिज करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी उनके बयान को गलत, असंवेदनशील और तथ्य से परे बताया. कुमारस्वामी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर प्रधानमंत्री के आरोपो का बिंदुवार जवाब दिया और बताया कर्नाटक सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए कर्जमाफी के वायदे पर कायम है और अब तक 60000 किसानों तक कर्जमाफी का लाभ पहुंच चुका है.

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