बहुचर्चित शीना बोरा केस में सनसनीखेज खुलासों का सिलसिला जारी है. पुलिस मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के लिए इंद्राणी मुखर्जी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना, व ड्राइवर श्याम राय को वारदात वाली जगह पर ले जाने की योजना में है. रविवार को पुलिस तीनों आरोपियों को रायगढ़ के पेण ले गई लेकिन क्राइम सीन रीक्रिएट नहीं हो सका. मुंबई पुलिस आरोपियों को ले जाने के लिए और कस्टडी मांगेगी.
क्राइम सीन रीक्रिएट कराना मकसद
पुलिस आरोपियों से क्राइम सीन रीक्रिएट कराना चाहती है. पुलिस को उम्मीद है कि इससे मिस्ट्री सुलझेगी और पक्के सबूत भी मिल सकेंगे. पुलिस ने कहा कि आरोपी संजीव खन्ना को खार पुलिस थाने लाया गया और बाद में उन्हें ड्राइवर के साथ पेण तहसील में जंगल में ले जाया गया. शनिवार को लगातार पूछताछ के दौरान इंद्राणी और संजीव ने अपराध के लिए एक-दूसरे पर दोष मढ़ा था.
जंगल से सिरींज बरामद
पुलिस ने वारदात वाली जगह से कुछ इस्तेमाल की गई सिरींज बरामद की हैं. लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है हत्या में इनका इस्तेमाल हुआ है या नहीं.
'सिद्धार्थ की संतान हैं शीना व मिखाइल'
शांतनु दास ने कहा है शीना व मिखाइल इंद्राणी मुखर्जी के पहले पति सिद्धार्थ दास की ही संतान हैं. जब से शीना मर्डर केस का खुलासा हुआ है, सिद्धार्थ दास का कोई अता-पता नहीं है. आजतक ने सिद्धार्थ के भाई शांतनु से एक्सक्लूसिव बातचीत की. शांतनु के मुताबिक पिछले दस साल से सिद्धार्थ परिवार के संपर्क में नहीं हैं. उन्होंने यह भी बताया कि शीना के कत्ल के बारे में जानकर परिवार हैरान है. सिद्धार्थ की मां यानी शीना की दादी इस खबर से सदमे में हैं.
इंद्राणी के घर से सूटकेस बरामद
पुलिस ने इंद्राणी के घर से संदिग्ध सूटकेस बरामद किया है. पुलिस को शक है कि इस सूटकेस का संबंध मर्डर केस से है.
मिखाइल के दावों की जांच
इंद्राणी के बेटे और शीना के भाई मिखाइल बोरा से शनिवार को बांद्रा के एक होटल में पूछताछ की गई थी. पुलिस मिखाइल के इस दावे की भी जांच कर रही है कि इंद्राणी और संजीव की 24 अप्रैल, 2012 को शीना से मुलाकात करने और उसे अपने साथ ले जाने से कुछ घंटे पहले इंद्राणी ने मिखाइल को भी कथित तौर पर नशीला पदार्थ दिया था. मिखाइल का कहना है कि जब तक वह लोग वापस आते, वह वहां से भाग निकला. शीना की इसी दिन कथित हत्या की गई थी.
'बिना मांस वाला कंकाल देखा था'
इस बीच, शीना बोरा को दफनाए जाने की जगह खोजने में मुंबई पुलिस की मदद करने वाले रायगढ़ जिले के एक ग्राम अधिकारी ने कहा कि जब उसने साल 2012 में पहली बार शव देखा था, तो वह बिना मांस वाला केवल कंकाल था. हेतेवने गांव के पुलिस पाटिल गणेश धेने ने कहा, 'यह केवल कंकाल था. मांस बिल्कुल नहीं था.' स्थानीय सरकारी डॉक्टर इसे पोस्टमार्टम के लिए ले गए, जिसके बाद इसे दफनाया गया.