यूपी चुनावों से पहले एनडीए में सहयोगी शिवसेना ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है. शिवसेना ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा है कि युपी चुनाव को लेकर मदमस्त हाथी ना बने बीजेपी.
'इतिहास पर करें गौर'
पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने कहा है कि यूपी में इतिहास गवाह है कि जब जब सत्ताधारी मस्ती में आए हैं तो उन्हें जनता ने सिंहासन से उतार फेंका है. यही वजह है कि कांग्रेस तीन दशकों से सत्ता से कोसों दूर है.
सपा-बसपा का दिया उदाहरण
शिवसेना ने बीजेपी पर हमले के लिए सपा और बीएसपी का उदाहरण देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का हाथी भी जब-जब मस्ती में आया, जनता ने उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया. लेख में कहा गया है कि जहां तक भारतीय जनता पार्टी का सवाल है तो वह फिलहाल राज्य में सत्ता में नहीं है फिर भी मदमस्त हुए जा रही है. यह जानते हुए भी कि यूपी की जनता मदमस्त हाथी को माफ नहीं करती.
नोटबंदी का लगातार कर रही विरोध
केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार की सहयोगी शिवसेना नोटबंदी के मामले पर भी लगातार सरकार के विरोध में खड़ी दिख रही है. शिवसेना ने नोटबंदी के कारण लोगों को हो रही दिक्कतों का हवाला देकर लगातार फैसले का विरोध किया है.
ठाकरे ने भी साधा था निशाना
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाल में पीएम मोदी को निशाने पर रखते हुए पूछा था कि यदि 1971 में नोटबंदी की सलाह न मानने के चलते अर्थव्यवस्था में गिरावट आई थी, तो इसके बाद मोरारजी देसाई की सरकार द्वारा 1978 में इसे लागू करने के बाद ही कौन सी अर्थव्यवस्था बेहतर हो गई थी.