महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी शिवसेना ने राज्य में बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान पर चिंता जताई है और बीजेपी को भी नसीहत दी है.
अपने मुखपत्र 'सामना' में पार्टी ने लिखा है कि बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है और उनके पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं है. ऐसे में सरकार भी ठीक तरह से उनकी मदद नहीं कर रही.
'सामना' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुरू किए गए मुद्रा बैंक की योजना पर निशाना साधा गया है. अखबार ने लिखा है कि योजना शुरू तो कर दी गई, लेकिन उसका फायदा किसानों को कब होगा, इसका पता नहीं है.
अखबार ने अपने संपादकीय में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के उस फैसले पर भी चुटकी ली है जिसमें यह कहा गया है कि हर नए प्रशासकीय अधिकारी को 6 साल विदर्भ में काम करना होगा. शिवसेना ने सरकार के इस फैसले का स्वागत तो किया है लेकिन उन्हें यह नसीयत भी दी है की विदर्भ की तरह राज्य के अन्य इलाकों पर भी फड़नवीस ध्यान दें.
सामना ने लिखा है, 'विदर्भ महाराष्ट्र के कंधे पर खेलने वाला भाई है. उसे भी विकास का पूरा अधिकार है. लेकिन यह प्रयोग करते समय मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र के पिछड़े हिस्सों को अनाथ नहीं लगेगा, इसका ख्याल मुख्यमंत्री को लेना ही होगा.'