महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ मुख्यमंत्री पद पर चल रहे मंथन के बीच आज शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई. शिवसेना की बैठक में एकनाथ शिंदे को विधानसभा में विधायक दल का नेता चुना गया है, इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वर्ली से चुनाव जीते आदित्य ठाकरे को ये पद मिल सकता है. बता दें कि बुधवार को ही भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई थी, जिसमें देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया था.
विधायक दल के नेता के लिए आदित्य ठाकरे ने ही एकनाथ शिंदे के नाम का प्रस्ताव रखा था. पार्टी ने इसके अलावा सुनील प्रभु को विधानसभा में चीफ व्हिप चुना है. शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा, पावर शेयरिंग और सरकार गठन के सभी अधिकार पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को दिए गए हैं. हम राज्यपाल से सूखे की स्थिति पर मिलने जा रहे हैं. इसी के साथ शिवसेना विधायकों का राज्यपाल के बंगले पर पहुंचना शुरू हो गया है. आदित्य ठाकरे भी राजभवन पहुंच गए हैं.
Mumbai: Shiv Sena delegation including Aditya Thackeray & Ramdas Kadam, reaches Raj Bhavan to meet Maharashtra Governor, Bhagat Singh Koshyari. pic.twitter.com/Zctgb44rTO
— ANI (@ANI) October 31, 2019
अपडेट्स
शरद पवार के घर एनसीपी की बैठक खत्म हो गई है. एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने कहा, हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और हमने पहले भी यही बात कही है. मुंडे ने कहा, मैं शरद पवार के साथ संजय राउत की मुलाकात के बारे में नहीं जानता. काफी पहले से उनके पुराने रिश्ते रहे हैं. शिवसेना के प्रस्ताव पर सोचने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है.
शरद पवार के आवास सिल्वर ओक में एनसीपी नेताओं की बैठक चल रही है. इसमें शरद पवार, सुप्रिया सुले, धनंजय मुंडे और अजीत पवार शामिल हैं. इससे पहले संजय राउत ने शरद पवार से मुलाकात की थी.
सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. हालांकि उन्होंने इसे शिष्टाचार भेंट बताया लेकिन इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
Sanjay Raut, Shiv Sena: Met Nationalist Congress Party (NCP) chief Sharad Pawar at his residence today. I had come to wish him on the occasion of Diwali. We also discussed the politics in Maharashtra. (file pic) pic.twitter.com/AUuxC5WIRu
— ANI (@ANI) October 31, 2019
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को पार्टी के कई विधायकों और निर्दलीय विधायकों के साथ अलग अलग मुद्दों पर चर्चा की. बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांतदादा पाटिल, बीवीए के क्षितिज ठाकुर (नालासोपारा) जिनके विधानसभा में 3 विधायक हैं, पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी के श्यामसुंदर शिंदे (लोहा), जनसूर्य शक्ति के विनय कोरे, निर्दलीय विधायक रवि राणा (बडनेरा), संजय शिंदे (करमाला), गीता जैन (मीरा भायंदर), महेश बाल्दी (उरण), किशोर जोरगेवार (चंद्रपुर), विनोद अग्रवाल (गोंदिया), राजेंद्र राउत (बरसी), प्रकाश अन्ना अघडे (इचलकरंजी) उपस्थित थे. सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व को अपना समर्थन दिया. इस अवसर पर पानी के मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें बेमौसम बारिश और फसलों की क्षति के बाद राज्य सरकार की ओर से किसानों की सहायता के लिए उठाए गए कदम शामिल हैं.
मुख्यमंत्री फडणवीस से मिले कई विधायक
महाराष्ट्र सरकार के गठन को लेकर जारी खींचतान पर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि गतिरोध जल्द खत्म होगा. उन्होंने कहा, किसानों का मुद्दा अहम था इसलिए राज्यपाल से मिलने आए थे. पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे इस मामले में अंतिम निर्णय लेंगे. फडणवीस पर भरोसे को लेकर कोई सवाल नहीं है बल्कि किसानों का मुद्दा अभी महत्वपूर्ण है.
राज्यपाल से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे भी शामिल थे. राजभवन से बाहर निकलने के बाद आदित्य ने कहा, हमने राज्यपाल से अनुरोध किया कि किसानों और मछुआरों को सहायता दी जाए जिन्हें हाल की बारिश के कारण भारी क्षति उठानी पड़ी है. राज्यपाल ने शिवसेना नेताओं को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर वे केंद्र से बात करेंगे.
Aditya Thackeray, Shiv Sena after meeting Maharashtra Governor: We requested Governor to provide assistance to farmers and fishermen who suffered damages due to recent rains. He has assured us that he himself will talk to the Centre. pic.twitter.com/Wdyj3oJIir
— ANI (@ANI) October 31, 2019
बीजेपी से अभी नहीं हुई बात
शिवसेना विधायक दल की बैठक में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधायकों को संबोधित किया. उन्होंने यहां बताया कि बीजेपी से अभी किसी मसले पर बात नहीं हुई है. अगर 50-50 फॉर्मूले पर मुख्यमंत्री सच बोल रहे हैं, तो क्या मैं झूठ बोल रहा हूं? विधायकों को उद्धव ने नसीहत भी दी कि अगर कोई नेता पार्टी बदलता है, तो जनता उसे पसंद नहीं करती है. उद्धव ने यहां कहा कि हमें सिर्फ वही चाहिए जो तय हुआ था, उससे कम कुछ भी नहीं चाहिए.
As an elected MLA, it was my privilege to propose the name of @mieknathshinde ji as the leader of the @ShivSena Parliamentary Party for the working the legislature. @prabhu_suneel ji has been elected as chief whip of the party for the legislature. #महाराष्ट्र pic.twitter.com/ofMln0A7ku
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 31, 2019
विधायक दल की बैठक के बाद शिवसेना के MLA राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए जाएंगे. पार्टी की ओर से कहा गया है कि वे सूखे के मुद्दे पर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. राज्यपाल से मिलने वाले नेताओं में आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, दिवाकर राउते, सुभाष देसाई और अन्य नए विधायक शामिल हैं.
@shivsena elects Eknath Shinde as leader of the legislative party in the #Maharashtra assembly
This will kick-start formal portfolio-sharing talks between BJP and Shiv Sena pic.twitter.com/yTsyEzI6wF
— Poulomi Saha (@PoulomiMSaha) October 31, 2019
CM पद पर जारी है खींचतान
बैठक के बीच शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद पर सख्ती बरकरार है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि हम अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं, बल्कि हमारे दोस्त (भाजपा) अपने वादे से मुकर गई है.
आपको बता दें कि आज हो रही विधायक दल की बैठक में शिवसेना भाजपा के साथ चल रही मुख्यमंत्री पद पर खींचतान पर कोई फैसला ले सकती है. पार्टी की ओर से लगातार भाजपा पर 50-50 फॉर्मूले के लिए दबाव बनाया जा रहा था.
Sanjay Raut, Shiv Sena on 50-50 formula for government formation in Maharashtra: We will not step back from our stand. If anyone has gone back on their promise, it is our ally. We will continue to move forward with our demand. pic.twitter.com/XHaS6wJs4o
— ANI (@ANI) October 31, 2019
बैठक से पहले संजय राउत का वार
विधायक दल की बैठक से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘हम अपनी मांग से पीछे नहीं हटे हैं, लेकिन हमारे दोस्त अपने वादों से पीछे हट गए हैं. चुनाव से पहले 50-50 फॉर्मूले पर बात हुई थी, इसे देवेंद्र फडणवीस ने भी कबूला है.’
तसेच आमदार @prabhu_suneel जी यांची शिवसेनेच्या मुख्य प्रतोद पदी निवड करण्यात आली. pic.twitter.com/my5m60tPki
— ShivSena - शिवसेना (@ShivSena) October 31, 2019
संजय राउत ने कहा, ‘अगर 105 विधायकों से समर्थन से मुख्यमंत्री पद मिलता हो, तो संविधान में वो कहां पर है, हमें दिखाइए.’
इसे भी पढ़ें: शिवसेना को नया ऑफर दे सकती है BJP, 13 मंत्रालय-डिप्टी CM पर बनेगी बात?
आपको बता दें कि शिवसेना की इस बैठक से पहले ही भाजपा की ओर से ऑफर की बात भी सामने आई है. सूत्रों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी सरकार गठन के लिए शिवसेना को 13 मंत्रालय और एक डिप्टी सीएम पद ऑफर कर सकती है. हालांकि, भाजपा शिवसेना को वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहती है.
महाराष्ट्र में हुए चुनाव में इस बार भाजपा को 105, शिवसेना को कुल 56 विधायक मिले हैं. हालांकि चुनाव के बाद दोनों दल अपने-अपने स्तर पर निर्दलीयों का समर्थन लेने में जुटे हैं. अभी तक बीजेपी 15 निर्दलीय और शिवसेना 7 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही है.