महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर छाए संकट के बादल और गहरा गए हैं. शिवसेना नेताओं और पार्टी नेताओं के बीच वार-पलटवार का सिलसिला चल रहा है तो मुंबई में लगातार बैठकों का दौर भी जारी है. बैठकों और बयानों के बीच पल-पल समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. सत्ता को लेकर शिवसेना में शुरू हुई ये सियासी खींचतान अब महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के दर पर पहुंच चुकी है.
शिवसेना की ओर से डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजकर 16 बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. शिवसेना ने 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से की है. शिवसेना की ओर से की गई अपील के आधार पर डिप्टी स्पीकर जल्द ही 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर सकते हैं.
बताया जा रहा है कि 16 विधायकों को देने के लिए डिप्टी स्पीकर की नोटिस तैयार भी है. शिवसेना के बागी 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही की जा सकती है या नहीं, इसको लेकर कहा जा रहा है कि कानूनी राय ली जा रही है. कानूनी राय के बाद डिप्टी स्पीकर किसी भी समय शिवसेना के इन 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर सकते हैं.
बागी गुट ने भी डिप्टी स्पीकर को पत्र भेज दिया. बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने भी इसके बाद डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखा जिसमें 38 विधायकों के हस्ताक्षर थे. डिप्टी स्पीकर के सामने दोनों तरफ से चल रहे शक्ति प्रदर्शन के बीच बागी गुट की ओर से डिप्टी स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव भी दिया था. डिप्टी स्पीकर ने बागी गुट की ओर से आया अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया है.
चल रहा बैठकों का दौर
शिवसेना के बागी गुट और महा विकास अघाड़ी के घटक दलों में चल रहे बैठकों के दौर के बीच अब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी एक्टिव हो गई है. मुंबई में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक की. हालांकि, इस बैठक के बाद बीजेपी गठबंधन में शामिल रामदास अठावले ने साफ किया कि हम वेट एंड वॉच की पॉलिसी पर चल रहे हैं. उन्होंने इस घटनाक्रम के पीछे बीजेपी का हाथ होने संबंधी आरोप भी खारिज कर दिए.
बागी बनाएंगे अलग पार्टी?
बागी गुट के विधायकों ने सियासी उठा-पटक के बीच अलग पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं. बागी विधायक शिवसेना (बालासाहेब) नाम से अलग राजनीतिक दल का गठन कर सकते हैं. हालांकि, इसे लेकर अभी अधिक जानकारी सामने नहीं आई है. ये पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन करेगी, कहा जा रहा है कि इसे लेकर कोई भी निर्णय लेने के लिए बागियों ने एकनाथ शिंदे को अधिकृत किया है.