scorecardresearch
 

मोदी के बयान पर शिवसेना का पलटवार, सत्ता बचाए रखने की बेताबी है जासूसी

Shiv Sena on Modi Government शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुखपत्र सामना में लिखा कि  भाजपा में ‘मोदी युग’ चल रहा है, जो देश को अच्छे दिन दे नहीं सकते, उन्हें विरोधी दल से डर लगता है.

Advertisement
X
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फोटो-PTI)
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फोटो-PTI)

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शिवसेना ने एक बार फिर निशाना साधा है. मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मोदी के 'सत्ता मतलब ऑक्सीजन' के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि सत्ता अब कुछ लोगों का ही नहीं बल्कि सभी के लिए ‘ऑक्सीजन’ बन गई है. भाजपा में ‘मोदी युग’ चल रहा है. इसलिए मोदी कहेंगे वही सत्य है, ऐसी पार्टी की नीति है. किसी दौर में यह स्थान अटल जी और आडवाणी का था. सत्ता ही राजनीतिज्ञों का ऑक्सीजन है.  सत्ता में रहकर भी जो देश को अच्छे दिन दे नहीं सकते, उन्हें विरोधी दल से डर लगता है. आज की सरकार लोगों के कंप्यूटर और मोबाइल में भी जासूसी कर रही है, यह निर्मल लोकतंत्र, आजादी के लक्षण नहीं हैं, सत्ता बचाए रखने की बेताबी है.

Advertisement

अयोध्या में प्रभु श्रीराम और राजनीति में आडवाणी भोग रहे हैं वनवास

उद्धव ने लिखा, रामायण और महाभारत सत्ता के लिए ही हुई. फिर भी उसमें सत्य और असत्य की लड़ाई थी. ‘सत्ता’ यह कोई प्रभु श्रीराम के लिए ऑक्सीजन नहीं थी फिर भी वे वनवास में रहे और आज भी वनवास में ही हैं. लालकृष्ण आडवाणी ने 25 साल पहले राम के नाम पर रथयात्रा निकाली व भारतीय जनता पार्टी का कमल देशभर में खिलाया. आज का दृश्य ऐसा है कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम और राजनीति में आडवाणी वनवास भोग रहे हैं तथा सत्ता के ऑक्सीजन पर दूसरे ही लोग जी रहे हैं. किसी को तय करके वनवास में भेजना यह सत्ता की राजनीति है. जो सत्ता में पहुंच जाते हैं, उन्हें अपने ही लोगों से डर लगता है. मुगल सुल्तानों ने भी तख्त के लिए अपने ‘वालिदों’ को कारावास में भेजा था.

गुंडे चोरों को पवित्र किया जाए

उन्होंने लिखा, राजनीति में विरोधी दलों का सत्ताधारियों जितना ही महत्व है. सत्ताधारियों को दिन में ‘तारे’ दिखानेवाला विरोधी दल ही देश का असली रक्षक होता है लेकिन विरोध में बैठना मतलब वनवास में जाना, ऐसा कुछ लोगों को लगता है. सत्ता में रहकर भी जो देश को अच्छे दिन दे नहीं सकते, उन्हें विरोधी दल से डर लगता है. विरोधियों की जगह पर बैठने में हीन भावना महसूस होती है तथा वे विरोध में बैठकर सरकार की टांग खींचते रहते हैं. विरोधी दल भी विधायक का कार्य कर सकता है, यह हम कब स्वीकार करेंगे? अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने राजनैतिक जीवन का अधिकांश समय विरोधी दल में ही बिताया लेकिन उनकी शांत व संतोषी छवि दृढ़ रही. वे कभी भी विचलित नहीं हुए लेकिन कुछ लोग इससे एकदम विपरीत होते हैं, ऐसा मोदी कहते हैं. अर्थात वे कुछ लोग कौन? यह सवाल है. सत्ता की ऑक्सीजन रहे इसलिए गुंडे चोरों को पवित्र किया जाए. चुनाव जीतने के लिए डाकुओं को वाल्मिकी बना लिया जाए आखिरकार यह सत्ता की बेताबी ही लगती है, साहेब.

Advertisement

‘युति’ होगी ही, इसकी स्वंयभु घोषणा की जा रही है

भाजपा के गठबंधन शिवसेना के गठबंधन पर उद्धव ने लिखा, साल 2014 में हिंदुत्ववादी शिवसेना से युति तोड़ने का संपूर्ण प्रयोग सत्ता के लिए ही था. उसके लिए युति के हिंदुत्व की ऑक्सीजन का सिलेंडर लूटा गया. जब कि अब इसी ऑक्सीजन के सिलेंडर की पाइप जनता द्वारा खींच लिए जाने के कारण शिवसेना के साथ ‘युति’ होगी ही, ऐसी स्वंयभु घोषणा की जा रही है. इसी का अर्थ है कि ‘कुछ लोगों’ के लिए सत्ता का मतलब ऑक्सीजन होता है, ऐसा जो मोदी कहते हैं वह शत-प्रतिशत सही है.

Advertisement
Advertisement