मुंबई के निकाय चुनाव में शिवसेना ने अकेले उतरने का ऐलान किया है. शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा है, लेकिन बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर दोनों के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी जारी थी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गोरेगांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीएमसी चुनावों में बीजेपी को देख लेने की भी चुनौती दी.
I will not go into alliance, from now the fight has started: Shiv Sena president Uddhav Thackeray on BMC elections pic.twitter.com/pE61SQ2ihi
— ANI (@ANI_news) January 26, 2017
उद्धव ठाकरे ने यहां बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, 'शिवसेना के 50 साल के इतिहास में गठबंधन के चलते 25 साल बर्बाद हुए हैं. हम सत्ता के लालची नहीं हैं.' इसके साथ उद्धव ने बीजेपी में गुंडों की भरमार का आरोप लगाते हुए कहा, 'उनके (बीजेपी) के पास पार्टी में कई गुंडे हैं, लेकिन हमारे पास गुंडे नहीं, मावला (सैनिक) हैं.' उन्होंने कहा, 'बीजेपी के पास हमारे सैनिकों से लड़ने की चुनौती नहीं है, इसलिए उन्होंने गुंडों को हायर कर लिया है.
They don't have capacity to fight with our sainiks thats why they have hired gundas: Shiv Sena president Uddhav Thackeray
— ANI (@ANI_news) January 26, 2017
इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'हमें बीएमसी चुनाव की परवाह नहीं है, हम सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे. लड़ाई अब शुरू हो चुकी है.' उद्धव ने कहा कि शिवसेना अब आगे अकेले दम पर भगवा लहराएगी और किसी के दरवाजे पर गठबंधन के लिए नहीं जाएगी.'
Shiv Sena iske aage akele Maharashtra mei bhagva lehrayegi,kisi ke darwaaze par gathbandhan ke liye nhi jaaegi: Shiv Sena's Uddhav Thackeray
— ANI (@ANI_news) January 26, 2017
वहीं शिवसेना प्रमुख के इस रुख के बाद प्रदेश की सत्ता में भी दोनों दलों के गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शिवसेना पर पलटवार करते हुए कहा, बीएमसी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हमारी इच्छा से अगर कोई दुखी है, तो हमारी तरफ कोई समझौता नहीं होगा. हम पारदर्शिता लेकर आएंगे. वहीं देवेंद्र फडणवीस ने कविताई अंदाज में एक ट्वीट कर इस बबात इशारों इशारों में निशाना साधा है.
सत्ता यह साध्य नही, साधन है विकास का !
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) January 26, 2017
जो आए उसके साथ, जो ना आए उसके बिना...
परीवर्तन तो होकर ही रहेगा !
बता दें कि देश की सबसे नगरपालिका बीएमसी की 227 सीटों में से बीजेपी 114 यानी करीब आधी सीटों पर दावा कर रही थी, जबकि शिवसेना उसे महज 60 सीट देने की पेशकश कर रही. सीट बंटवारे पर बात न बन पाने के कारण बीएमसी चुनाव में दोनों दलों की राहें जुदा होने के कयास काफी पहले से लगाए जा रहे थे, जिस पर गुरुवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुहर लगा दी.
गौरतलब है कि राज्य में बृहन्मुंबई नगर निगम के साथ नासिक, पुणे, कोल्हापुर और नागपुर नगर निगमों के लिए चुनाव 21 फरवरी को होना है और 23 फरवरी को इसके नतीजे घोषित होंगे.