दशहरा के मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फिर विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने अपने पुरानी साथी बीजेपी पर भी तंज कसा ही है और संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी अपने निशाने पर लिया है. कुछ समय से लगातार हिंदुत्व की बात कर रहे मोहन भागवत को लेकर उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दे दिया है.
उद्धव का भागवत पर निशाना
कुछ दिन पहले ही भागवत ने कहा था कि इस बात पर किसी को शक नहीं होना चाहिए कि सभी के पूर्वज एक थे. अब इसी बयान पर उद्धव ठाकरे ने संघ प्रमुख को लखीमपुर हिंसा याद दिला दी है. उन्होंने कहा है कि भागवत कहते हैं कि हम सभी के पूर्वज एक हैं. अगर ऐसा है तो ये भी बता दीजिए कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों का पूर्वज कौन है? इसके बाद उद्धव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों की सत्ता की भूख ड्रग्स एडिक्शन जैसी हो गई है.
बीजेपी को दिखाया आईना
वहीं इसके बाद उद्धव ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा. एक तरफ उन्होंने जोर देकर कहा कि वे अपना कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने अपने पुरानी सहयोगी की नीयत पर ही सवाल खड़े कर दिए. सीएम ने कहा कि जो लोग पहले कहते थे कि मैं वापस आ जाउंगा, अब वो कहते हैं कि वो कभी गए ही नहीं थे. मेरे माता-पिता ने तो हमेशा से ही विनम्र रहना सिखाया है. लेकिन मैं जानता हूं कि मेरी स्पीच खत्म होते ही कई लोग मुझ पर चिल्लाने का इंतजार कर रहे हैं. याद दिला दूं, ठाकरे को कोई निशाना नहीं बना सकता. उन सभी को वहीं पर कुचल दिया जाएगा.
वहीं बीजेपी से गठबंधन टूटने पर सीएम ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी साझेदारी सिर्फ और सिर्फ हिंदुत्व पर टिकी थी. अगर देवेंद्र फडणवीस शिवसैनिक सीएम बनाने का वादा पूरा करते, तो कोई समस्या नहीं आती. उद्धव ने यहां तक कहा कि वे खुद बाद में वो सीएम कुर्सी छोड़ देते, उन्हें ऐसा खेल पसंद नहीं है.
सावरकर पर राजनाथ को घेरा
अपने संबोधन के दौरान उद्धव ने सावरकर मुद्दे पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने सीधे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल कर दिया कि क्या आप इस लायक भी हैं कि सावरकर या गांधी जी का नाम ले सकें?
उद्धव ठाकरे के संबोधन के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब सीएम मजाकिया अंदाज में एक्टिंग करने लगे. हाल ही में हर्षवर्धन पाटिल ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. उनके उसी फैसले पर चुटकी लेते हुए उद्धव कह गए-
पहले मुझे नींद नहीं आती थी, दरवाजे पर टक-टक होती थी तो रोंगटे खड़े हो जाते थे, फिर मैं बीजेपी में चला गया, अब मैं कुंभकरण की तरह सोता हूं.
इस समय शिवसेना और महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार की ईडी-सीबीआई से भी ठनी चल रही है. ऐसे में उद्धव ठाकरे ने इस ट्रेंड के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार माना है. उनकी नजरों में बीजेपी को मर्दों की तरह लड़ाई लड़नी चाहिए. ईडी-सीबीआई का कठपुतली की तरह इस्तेमाल करना गलत है.
इसके अलावा ठाकरे ने हिंदुत्व वाली राजनीति पर भी शिवसेना का स्टैंड साफ कर दिया. स्पष्ट कहा गया कि जब हिंदुत्व खतरे में था तब सिर्फ बाला साहेब ठाकरे ने इसके अलावा आवाज बुलंद की थी. जब मुंबई में दंगे हुए थे, तब भी सिर्फ बाल ठाकरे ने अपनी आवाज उठाई थी. उन्होंने नारा दिया था- गर्व से कहो हम हिंदू हैं.
वहीं क्योंकि इस समय महाराष्ट्र में बीजेपी सत्ता से बाहर है, ऐसे में उद्धव ने उनकी तुलना एक हारे हुए आशिक से कर डाली. सीएम ने कहा-
जैसे एक आशिक रिजेक्ट होने पर एसिड फेंक देता है, वैसा ही कुछ बीजेपी भी कर रही है. वो हमारी सरकार, महाराष्ट्र को इसलिए बदनाम कर रही है क्योंकि उसे रिजेक्ट कर दिया गया है.
आर्यन खान केस पर टिप्पणी
संबोधन के दौरान उद्धव ठाकरे ने आर्यन खान केस पर भी तल्ख टिप्पणी की. उनकी नजरों में सिर्फ पब्लिसिटी के लिए एक सेलेब को निशाना बनाया जा रहा है. उनके मुताबिक सिर्फ महाराष्ट्र में ड्रग्स की समस्या नहीं है. कई राज्यों में सक्रिय है, लेकिन बदनाम सिर्फ महाराष्ट्र को किया जा रहा है. उन्होंने मुंबई पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि हमारी पुलिस ने 150 करोड़ के ड्रग्स बरामद किए, आप लोग सिर्फ चिमटी भर गांजा सूंघ रहे हैं.