एक तरफ तीसरी बार भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के कयास तेज हैं. दूसरी तरफ एनडीए की घटक शिवसेना ने एक बार फिर भूमि बिल 2013 का विरोध किया है. मुंबई में शनिवार को मराठी पत्रकार संघ के कार्यक्रम के दौरान शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, 'पार्टी भूमि अधिग्रहण के खिलाफ है.'
गौरतलब है कि जुलाई-अगस्त में होने वाले मानसून सत्र में भूमि अधिग्रहण विधेयक को पारित कराने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. लेकिन उसे प्रभावी बनाए रखने के लिए अध्यादेश लाना जरूरी है. बजट सत्र के पहले चरण में लोकसभा से विधेयक को मंजूरी मिल गई थी. लेकिन राज्यसभा में उसे पेश तक नहीं किया जा सका था.
सत्रावकाश में ही 5 अप्रैल को अध्यादेश की अवधि खत्म हो रही थी. लिहाजा राज्यसभा में सत्रावसान की घोषणा कर सरकार ने दोबारा अध्यादेश जारी किया था जिसमें वो 9 संशोधन जोड़ दिए गए थे जिसके साथ लोकसभा में इसे मंजूर किया गया था. इस बार भी ज्यादा सतर्कता बरतते हुए सरकार ने लोकसभा में इसे पेश करने के साथ ही संयुक्त समिति को भी भेज दिया. ताकि अगर विपक्ष इसका विरोध करे भी तो भी संयुक्त सत्र बुला कर बिल पास कराया जा सके.
महाराष्ट्र के फुकुशिमा रिएक्टर के हाल से सबक ले सरकार: शिवसेना
जैतापुर एटॉमिक प्लांट के विरोध में बस देने के लिए शिवसेना ने जापान के फुकुशिमा की बदहाली का हवाला दिया है. उद्धव ठाकरे ने कहा, 'जैतापुर परमाणु परियोजना
पर आगे कदम बढ़ाने से पहले मंत्रिमंडल को एक बार फुकुशिमा की स्थिति का भी एकबार जायजा लेना चाहिए. उन्होंने कहा, 'दुनिया में एटॉमिक रिएक्टर बंद हो रहे
है.'
गौरतलब है कि कोंकण में बनाए जा रहे जैतापुर परमाणु रिऐक्टर के खिलाफ शिवसेना सांसदों ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. लगभग 10 मिनट तक चली इस मुलाकात में शिवसेना सांसदों ने जैतापुर प्रॉजेक्ट को पर्यावरण के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि जिस इलाके में रिऐक्टर बनाया जा रहा है वह पहले ही भूकंप के हिसाब से खतरनाक जोन में है.