शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' की संपादकीय में लिखा गया है कि शिवसेना की महिला उम्मीदवार के सामने नारायण राणे को उतारकर कांग्रेस ने खुद का ही वस्त्रहरण करवाया है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र उपचुनाव में शिवसेना की तृप्ति सावंत ने पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को बांद्रा सीट पर 19,000 वोटों से हराया.
सामना में लिखा गया, 'नारायण राणे जैसे लोगों का पराभाव शिवसेना किसी भी मैदान में कर सकती है क्योंकि शिवसेना का ईमान जनता और महाराष्ट्र से है. शिवसेना की किस्मत से राणे जैसे लोगों की किस्मत अब तक चमक रही थी. शिवसेना के पीठ में खंजर घोपते ही ये किस्मत और चमक उनसे दूर चली गई.'
सामना में आगे लिखा गया, 'शिवसेना की लहरों से टक्कर लेने अगर 1000 राणे आ जाएं तो भी वे पार नहीं पा सकते. स्वर्गीय सावंत की निराधार पत्नी के सामने राणे को देकर कांग्रेस ने खुद का वस्त्रहरण कर लिया. अगर यहां चुनाव नहीं विरोध होता तो बंद मुट्ठी सवा लाख की होती.'
सामना के एडिटोरियल में लिखा गया, 'शरद पवार जैसे नेताओं को बांद्रा में प्रचार में आकर लूटपाट करने की जरूरत नहीं थी. शिवसेना की जीत की आवाज पवार के कानों तक पहुंच चुकी होगी. राणे का जिस तरह से फैसला हो चुका है उसी तरह से हैदराबादी ओवैसी के बगलबच्चों का भी बांद्रा में सूपड़ा साफ हो चुका है.'