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शिवसेना नेता बोले- शरद पवार हमारे गुरु नहीं हो सकते, सरकार महज एक समझौता

महाराष्ट्र में चल रही महाविकास अघाड़ी की सरकार में एक बार फिर हलचल दिखाई पड़ रही है. शिवसेना नेता अनंत गीते ने बयान दिया है कि शरद पवार उनके गुरु कभी नहीं हो सकते हैं.

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शरद पवार को लेकर अनंत गीते ने दिया बयान (फाइल फोटो)
शरद पवार को लेकर अनंत गीते ने दिया बयान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शिवसेना नेता अनंत गीते का बयान
  • पवार हमारे गुरु नहीं हो सकते हैं: गीते

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार को लेकर लगातार बयानबाजी का दौर चलता रहता है. ताजा बयान शिवसेना के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते का आया है. अनंत गीते का कहना है कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन शरद पवार हमारे गुरु नहीं हो सकते हैं, हमारे गुरु हमेशा ही बालासाहेब ठाकरे ही रहेंगे.

महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस एक साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं, लेकिन इस बीच लगातार कई तरह के बयान और बातें सामने आती रहती हैं जो विभिन्न संकेत देती रही हैं. 

महाराष्ट्र के रायगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने ये बयान दिया. उन्होंने कहा कि आने वाले पंचायत चुनावों में शिवसेना अकेले ही चुनाव लड़ेगी. हमारा फोकस ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला पंचायत में शिवसेना को मजबूत करने पर है. 

पीटीआई के अनुसार, अनंत गीते ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सिर्फ एक समझौता है. जबतक ये सरकार चल रही है, वह चलेगी लेकिन अगर ये सभी अलग होते हैं, तो हमारा घर शिवसेना ही है और हम अपनी पार्टी के साथ ही रहेंगे. 

अनंत गीते ने कहा कि शरद पवार ने कांग्रेस को धोखा देकर अपनी पार्टी बनाई थी, अगर कांग्रेस-एनसीपी एक नहीं हो सकते हैं तो शिवसेना भी पूरी तरह कांग्रेस की राह पर नहीं चल सकती है. 

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संजय राउत बोले- यह पार्टी का बयान नहीं
उधर, अनंत गीते के बयान पर शिवसेना ने ही किनारा कर लिया है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, मैं नहीं जानता, अनंत गीते ने क्या कहा. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि शरद पवार महाराष्ट्र के बड़े नेता हैं. वे महाराष्ट्र सरकार के पिलर हैं. अनंत गीते का बयान पार्टी का बयान नहीं है. यह उनकी निजी राय हो सकती है. 

नतीजों के बाद साथ आए थे तीनों दल

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में जब किसी को बहुमत नहीं मिला था, तब शिवसेना ने बीजेपी से अपना साथ छोड़ दिया था. तब कांग्रेस-शिवसेना और एनसीपी साथ आए थे, उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाए गए थे. 

पिछले कुछ वक्त में कई बार ऐसी परिस्थितियां बनी हैं, जब ऐसा दिखाई पड़ा है कि MVA गठबंधन में दरार है. लेकिन बार-बार इस तरह की अफवाहों को गलत बता दिया जाता है. 

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