देश के सबसे बड़े भ्रष्टाचार केस कहे जाने वाले 2जी केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर जहां कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हैं. वहीं अब बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी इस मामले को लेकर बीजेपी पर तंज किया है.
शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है कि राजनीतिज्ञ झूठ बोलते हैं. लिखा गया है कि कैसे बीजेपी ने 2014 में सत्ता पाने के लिए देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात की थी और खूब माहौल बनाया गया था.
अखबार में लिखा है, 'कुछ लोगों ने बड़ी कुशलता से चुनिंदा तथ्यों के ज़रिए स्पेक्ट्रम आवेदन को घोटाले का रूप दिया, हालांकि ऐसा कोई घोटाला हुआ ही नहीं, ऐसा अब CBI की विशेष अदालत ने निर्णय दिया है. इस मामले में अब तक हर कोई अफवाहों, सुनी सुनाई बातों और अटकलों पर ही अपनी राय बना रहा था.'
अखबार में आगे लिखा है, 'तत्कालीन कैग विनोद राय की जांच से ये आंकड़े निकले और बीजेपी नेताओं ने संसद के भीतर और बाहर सरकार को घेरने के लिए स्पेक्ट्रम घोटाले का इस्तेमाल किया. ये सारे मुद्दे सच है और आरोप लगाने वाले भाजपाई ही राजा हरिश्चन्द्र के महावतार हैं, ऐसा माहौल बना दिया गया.'
अखबार में लिखा गया, 'किसी राजनीतिक दल को खुद के निहित स्वार्थ के लिए ये महाशय (राय) मदद करने गए होंगे तो उनका चेहरा भी बेनकाब हो गया है. राय कोई सत्यवादी नहीं हैं और उन्होंने जो कहा वो सच है ये मानने की कोई वजह नहीं थी.'
बता दें कि सात साल पुराने केस में 21 दिसंबर को दिल्ली की विशेष सीबीआई अदालत ने अपने फैसले में पूर्व मंत्री ए. राजा और सांसद कनिमोझी समेत सभी 17 आरोपियों को सबूत की कमी होने के कारण बरी कर दिया था. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) फैसले के खिलाफ अपील करेगी. ईडी के अलावा सीबीआई भी फैसले के खिलाफ अपील करेगी.