किसानों के मुद्दे पर शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' के जरिए केंद्र और महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. शिवसेना ने लिखा है कि बीजेपी की सरकार बेहाल किसानों पर 'सच-झूठ का खेल' खेल रही है. पार्टी ने लिखा है कि प्रदेश में वह सरकार में जरूर है, लेकिन सरकार के सामने नतमस्तक नहीं हुई है.
संपादकीय लेख में शिवसेना ने लिखा है, 'केंद्र और प्रदेश की सरकार किसानों को मुआवजे के मुद्दे पर सच नहीं बता रही. दोनों जगह बीजेपी की सरकार है. प्रदेश सरकार का कहना है कि उसने केंद्र से मुआवजा पैकेज मांगा है, जबकि केंद्र इसे खारिज कर रही है.'
...तो सरकार की गर्दन पर बैठेंगे
शिवसेना ने लिखा है कि वह प्रदेश में सरकार में है, लेकिन वह सरकार के सामने नतमस्तक नहीं हुई है और यह उसने पहले ही दिन साफ कर दिया था. सामना में लिखा है, 'किसानों को चुनाव के पहले हमने जो वचन दिए उसे पूरा करने के लिए हम अपनी ही सरकार के गर्दन पर बैठने से पीछे नहीं हटेंगे. हमारे लिए महाराष्ट्र और महाराष्ट्र का किसान महत्वपूर्ण है.'
केंद्र की जिम्मेदारी
सामना ने आगे लिखा है, 'ये केंद्र की जिम्मेदारी है कि वह राज्यों की तकलीफों को दूर करें. केंद्र और राज्य के मंत्री मुआवजे के मुद्दे पर एक-दूसरे को झूठा साबित कर रहे हैं. कभी आपदा आती है तो केंद्र सरकार फौरन 100-150 करोड़ रुपये मदद की घोषणा करके अपनी वाहवाही करवा लेती है, लेकिन प्रत्यक्ष तौर पर वह मदद किसानों तक पहुंची है क्या?'
आत्महत्या रोकने के लिए योजना नहीं
शिवसेना ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा है, 'किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए कोई उपाय या योजना सरकार के पास नहीं है. किसानों का शाप मत लो. सच क्या है ये बताओ.'