उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को आज ईडी ने कोविड काल के दौरान हुए कथित खिचड़ी घोटाला मामलेम में समन जारी किया है. वह ईडी के सामने पेश होने के लिए अपने आवास से निकल गए हैं.
अमोल कार्तिकर को उत्तर पश्चिम मुंबई सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. खिचड़ी घोटाला कोविड के दौरान हुआ था. इस पूरे मामले में जब पुलिस ने शिकायत दर्ज की गई तो पता चला कि बीएमसी से 6 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की गई है. कीर्तिकर की मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने खिचड़ी घोटाला मामले में पहले भी जांच की थी.
कोविड के दौरान हुआ घोटाला
दरअसल जब देश में कोरोना संकट आया था तो बीएमसी यानि बृहनमुम्बई महानगरपालिका ने प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी बांटने का फैसला किया. जांच एजेंसी ने बताया कि खिचड़ी पैकेट की आपूर्ति के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा ‘फोर्स वन मल्टी सर्विसेज’ (जिसके पास ‘खिचड़ी’ का ठेका गया था) के बैंक खाते में 8 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई थी.
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संजय राउत पर भी लगे थे आरोप
भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, सेना यूबीटी नेता संजय राउत के भाई और बेटी को भी लॉकडाउन अवधि के दौरान खिचड़ी की आपूर्ति के लिए ठेकेदारों से धन मिला .बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में संजय राउत का बयान दर्ज किया.आर्थिक अपराध शाखा की प्रारंभिक जांच के आधार पर, भारत दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुंबई पुलिस द्वारा मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज किए जाने के बाद जांच की गई.
कोविड के दौरान मजदूरों को 250 ग्राम खिचड़ी दी जानी थी लेकिन इसे 125 ग्राम कर दिया गया. जैसे ही इसका खुलासा हुआ तो मामले को ईडी को ट्रांसफर कर दिया गया.
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