26/11 के आतंकी हमलों में शहीद हुए मुंबई एटीएस चीफ हेमंत करकरे की पत्नी कविता करकरे का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
ब्रेन हैमरेज के बाद डॉक्टरों ने जब उनके बचने की संभवना कम बताई तो कविता के बच्चों ने अपनी मां के अंग दान करने का निश्चय किया और उनके गुर्दे, जिगर वगैरह दान कर दिए गए.
अस्पताल ने एक बयान में बताया कि उनकी दोनों लड़कियों और बेटे ने अपनी मां के अंग दान करने की इजाजत दी. कविता करकरे एक कॉलेज में लेक्चरर थीं. उनके बेटी सयाली शादीशुदा हैं और अमेरिका में अपने पति के साथ रहती हैं जबकि दूसरी बेटी यूएन में हैं. उनका बेटा आकाश लॉ ग्रेजुएट है.
गौरतलब है कि हेमंत करकरे पाकिस्तानी आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए थे. उन्हें जैसे ही इस बात की सूचना मिली तो वह अपने सहयोगियों अशोक कामटे और विजय सालस्कर के साथ आतंकियों को पकड़ने के लिए निकल गए और शहीद हो गए.
मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के बाद कविता ने आरोप लगाया था कि हमले के दौरान उनके पति को पीछे से सुरक्षा नहीं मिली और वह 40 मिनट तक घायल अवस्था में सड़क पर पड़े रहे. एक आरटीआई से पता चला कि हेमंत का बुलेट प्रूफ जैकेट भी वहां नहीं था. दरअसल आरोप था कि वह बुलेट प्रूफ जैकेट किसी काम का नहीं था.