एक तरफ देश में नक्सलियों का खात्मा हो रहा है. दूसरी ओर नक्सली गांजा जैसे पदार्थ की तस्करी में सक्रिय हो रहे हैं और इसी के सहारे अपना मूवमेंट चला रहे हैं. इन पैसों से वे देश विरोधी गतविधियों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र की नागपुर ग्रामीण पुलिस ने एक कंटेनर पकड़ा था. इसमें करीब 500 किलोग्राम गांजा था.
मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मगर, जांच में जो खुलासा हुआ है, उसको देख पुलिस भी चकरा गई है. गांजे के इस रैकेट में नक्सली एंगल सामने आया है. गांजे की तस्करी के बाद उससे मिले पैसों से नक्सलियों को फंडिंग की जा रही थी.
रैकेट के मुख्य सप्लायर को किया गया गिरफ्तार
यह भी पता चला है कि उड़ीसा के नक्सली ग्रस्त इलाके सेमिलीगुडा से इस रैकेट के मुख्य सप्लायर भीमसेन बांगी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि गांजे की तस्करी ओडिशा से उत्तर प्रदेश वाया नागपुर की जा रही थी.
वाराणसी का डीलर भी आया पुलिस की गिरफ्त में
मगर, नागपुर पुलिस ने इस दौरान गांजे की खेप को पकड़ लिया. जांच के दौरान ये भी पता चला कि ये सप्लाई उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बैठे डीलर आलोक रामविलास सिंह को की जा रही थी. उसे भी अब नागपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
एंटी नक्सली सेल की भी मदद ले रही नागपुर पुलिस
हालांकि, इतने बड़े रैकेट की जांच अब भी चल रही है और नक्सली एंगल होने की वजह से एंटी नक्सली सेल की भी नागपुर पुलिस मदद ले रही है. लिहाजा, माना जा रहा है कि इस मामले में और भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आ सकती है.