पुणे में ट्रैफिक स्टॉप पर पेशाब करने वाले युवक गौरव आहूजा को पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन गिरफ्तारी से पहले उसने माफ़ी मांगते हुए एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था. वीडियो में उसने कहा, "कल की घटना के लिए मैं बहुत शर्मिंदा हूं. मैं पुणे, महाराष्ट्र और भारत के लोगों से माफ़ी मांगता हूं. मैं पुलिस विभाग और [एकनाथ] शिंदे साहब से माफ़ी मांगता हूं. कृपया मुझे माफ़ करें और मुझे एक मौका दें, ऐसा दोबारा कभी नहीं होगा."
घटना के बाद आहूजा 8 मार्च को पुणे से कोल्हापुर गया. कोल्हापुर शहर में प्रवेश करने से पहले उसने अपनी बीएमडब्ल्यू रोकी और धारवाड़ की यात्रा के लिए एक अन्य वाहन किराए पर लेने में मदद के लिए एक स्थानीय ऑटो-रिक्शा चालक की सहायता ली. हालांकि, संकेश्वर पहुंचने पर उसने अचानक अपना गंतव्य बदल दिया और ड्राइवर से उसे पुणे वापस ले जाने के लिए कहा. यरवदा लौटने पर उसने ड्राइवर से अपना माफ़ीनामा वीडियो बनाने का अनुरोध किया. इसके बाद वीडियो बनाकर अपने दोस्तों को भेज दिया.
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सतारा जिले से आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अधिकारियों ने आखिरकार महाराष्ट्र के सतारा जिले में आहूजा को ट्रैक किया. यहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. फिर उसे कानूनी कार्रवाई के लिए यरवदा पुलिस स्टेशन लाया गया. पुलिस ने उस दौरान कार में मौजूद उसके दोस्त भाग्येश ओसवाल को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को संदेह है कि घटना के समय दोनों नशे में थे. फिलहाल शराब के नशे का पता लगाने के लिए ओसवाल को मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा गया है.
आहूजा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और मोटर वाहन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. जिसमें सार्वजनिक उपद्रव, लापरवाही से गाड़ी चलाना और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालना शामिल है. इसके अलावा रिपोर्ट बताती है कि आहूजा और उनके पिता मनोज आहूजा का जुए से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने का इतिहास रहा है. 2021 में आहूजा को सिर्फ 20 साल की उम्र में अवैध क्रिकेट सट्टा संचालन चलाने वाले गिरोह का हिस्सा होने के नाते नामजद किया गया था.