महाराष्ट्र के औरंगाबाद से एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल रहा है. एक मदरसे के छात्र के साथ बर्बरता की गई. चोरी के आरोप में मदरसे के अंदर उसकी पिटाई की गई. आरोप है कि मदरसे के मौलवी ने पहले सभी छात्रों से उसे पिटवाया. फिर उसने भी छात्र को पीटा. इतना ही नहीं, छात्र को पीटने से पहले सभी ने उस पर थूका. बताया जा रहा है कि मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
दरअसल, पीड़ित छात्र सूरत का रहने वाला है. वो छत्रपति संभाजी नगर जिले के ग्रामीण इलाके खुलताबाद में जामिया बुरहानुल उलूम नाम के मदरसे में एक साल से पढ़ रहा था. रविवार को छात्र ने मदरसे के सामने एक घड़ी की दुकान पर 100 रुपये की घड़ी देखी, जो उसे इतनी पसंद आई. इसके बाद दुकानदार को बताए बिना ही वो घड़ी ले गया. इसके बाद दुकानदार ने सीसीटीवी कैमरा चेक किया तो छात्र की पहचान हो गई.
मदरसे की तरफ से परिवार को मिला ये जवाब
इस पर उसने मदरसे में शिकायत की, तो छात्र ने घड़ी वापस कर दी लेकिन मौलवी ने चोरी की सजा बच्चे पर थूककर और सभी छात्रों से पिटवाकर दी. इसके अलावा मौलवी ने भी छात्र की पिटाई की. इस बीच रविवार को पीड़ित लड़के के परिजनों को दूसरे छात्र के मोबाइल से पिटाई का वीडियो मिला. यह देखकर परिवार के लोग सदमे में आ गए.
परिजन छात्र को लेकर पहुंचे थाने
इसके बाद परिजनों ने मदरसे में फोन किया और इस तरह पीटने की वजह पूछी तो जवाब मिला कि उसे चोरी की सजा दी गई है. इसके बाद परिजन औरंगाबाद पहुंचे और लड़के को साथ लेकर थाने पहुंचे. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 324, 323 और माइनर स्टूडेंट्स प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 75 और 87 के तहत एफआईआर दर्ज की.
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
27 फरवरी को मौलाना सैयद उमर अली और मौलाना हाफिज नजीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. हैरानी की बात यह है कि वीडियो स्थानीय पुलिस के पास होने के बावजूद अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. परिजनों ने इस मामले में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर कार्रवाई की मांग की है.