वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को दावा किया कि अयोध्या में विवादित स्थान पर राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा इस साल के आखिर तक हल हो जाएगा. यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मामले पर मुस्लिम नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे.
स्वामी नासिक में सार्वजनिक वाचनालय की 175वीं वषर्गांठ पर एक व्याख्यान दे रहे थे. साल 1840 में इस पुस्तकालय की शुरुआत हुई थी. उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा 2016 के आखिर तक हल हो जाएगा और मैं वक्फ बोर्ड व असदुद्दीन ओवैसी समेत मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को इस मुद्दे को समझाने के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से बातचीत करूंगा.'
'मस्जिद कहीं भी स्थानांतरित की जा सकती है'
उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाइयों की नमाज के लिए मस्जिद कहीं भी स्थानांतरित की जा सकती है और इतिहास के अनुसार यह साबित हो गया है कि पहले अयोध्या में राम मंदिर था. अपने भाषण में स्वामी ने दिवंगत प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी निशाना बनाया.
जब उनसे पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकवादी हमले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमें पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए.' वैसे उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान नीति का समर्थन किया और उसे उपयुक्त बताया.
स्वामी ने मालदा हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को इस मुद्दे पर उन्हें पत्र लिखकर उनसे सफाई मांगनी चाहिए.