महाराष्ट्र के चंद्रपुर के कुछ इलाकों में अचानक घर और उसमें रखे सामान हिलने लगे जिससे लोग बुरी तरफ डर गए. चंद्रपुर के बाबुपेठ, लालपेठ और नांदगांव इलाके में धरती हिलने से लोग घबराकर घर से बाहर निकल गए.
लोगों को घरों के हिलने का कारण समझ ही नहीं आया. कोल बेल्ट क्षेत्र में हुई यह घटना भूकंप है या कुछ और इसको लेकर लोगों में अलग-अलग बातें हो रही थी. घटना रविवार रात 9.45 से 10 बजे के दौरान हुई.
घरों के हिलने के बाद पहले तो लोगों को लगा कि भूमिगत कोयला खदान में ब्लास्टिंग के कारण धरती हिल रही है लेकिन उस कोल क्षेत्र के प्रबंधन का कहना है कि, उन्होंने खदान में कोई ब्लास्ट नहीं किया है.
इस बारे में चंद्रपुर के भौगोलिक जानकार प्रोफेसर सुरेश चोपने ने बताया कि, जमीन हिलने की शिकायत कई नागरिकों ने की है. बंद पड़े अंडरग्राउंड खदान के भीतर भूस्खलन होने से ऐसा हो सकता है.
उन्होंने कहा कि खुली और भूमिगत कोयला खदान से जमीन धंसने, दरारें पड़ने की घटना हो रही है. पिछले कुछ सालों में भूमिगत खदान को रेत से पूरी तरह नहीं भरना और उसे खुला छोड़ देना कुछ ऐसे कारण है जिससे वहां पानी पहुंच जाता है और यह छोटे भूकंप का कारण बन जाता है.
प्रोफेसर चोपने ने बताया कि ऐसी जगहों पर आगे बरसात में जमीन धंसने, दरारें पड़ने की घटना हो सकती है, ऐसे में प्रशासन और कोल फील्ड प्रबंधन को ऐसे स्थान को ढूंढकर तुरंत तत्कालिक उपाय करने चाहिए.
हालांकि घरों में कंपन आने के कारणों की पड़ताल प्रशासन ने शुरू कर दी है. फिलहाल प्रशासन के पास भी इसका जवाब नहीं है कि घर क्यों हिल रहे थे. उन्होंने नागरिकों से न घबराने की अपील की है.