
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ मंत्री अब्दुल सत्तार की विवादित टिप्पणी ने महाराष्ट्र की सियासत में उबाल ला दिया है. मामला इतना बढ़ चुका है कि एनसीपी ने मुंबई पुलिस को चिट्ठी लिख मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर दी है. सीएम एकनाथ शिंदे से भी अपील की गई है कि तुरंत अब्दुल सत्तार का इस्तीफा लिया जाए.
ये पूरा विवाद है क्या, एनसीपी ने प्रदर्शन क्यों किया?
जानकारी के लिए बता दें कि अब्दुल सत्तार ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते समय सुप्रिया सुले को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. कथित तौर पर उनकी तरफ से सुले के लिए भिखारी शब्द का इस्तेमाल हुआ. उनके उसी बयान को एनसीपी ने बड़ा मुद्दा बनाया और अब्दुल सत्तार के इस्तीफे की मांग हुई. पार्टी की तरफ से पुलिस को पेन ड्राइव भी दी गई है. उस पेन ड्राइव में वो वीडियो है जहां सत्तार, सुले के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. अभी के लिए अब्दुल सत्तार के आवास के बाहर एनसीपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन भी किया और नारेबाजी देखने को मिली. बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. पुलिस वैन में भरकर कई कार्यकर्ताओं को थाने ले जाया गया है. आरोप है कि इन कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मंत्री के घर पर तोड़फोड़ की, पथराव किया और उनके घर के शीशे भी तोड़ दिए.
शिंदे की पार्टी बोली- इस्तीफे का सवाल नहीं
इस बारे में Balasahebchi Shiv Sena के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने दो टूक कहा कि मंत्री अब्दुल सत्तार का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा. वे कहते हैं कि प्रवक्ता होने के नाते हमने सत्तार के बयान के लिए पहले ही माफी मांग ली है.हम शरद पवार और सुप्रिया सुले का सम्मान करते हैं. लेकिन इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. देश के हित के खिलाफ जिस पार्टी ने काम किया हो, वो इस्तीफे की बात करे, ये ठीक नहीं. लेकिन एनसीपी नेता महेश तापसे ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते मंत्री के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो राज्य में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. उनकी तरफ से उम्मीद जताई गई है कि मुंबई पुलिस पार्टी की शिकायत पर एक्शन लेगी.
मंत्री ने मांगी माफी, दी ये सफाई
वैसे इस पूरे मामले में अब्दुल सत्तार की तरफ से माफी मांगी गई है. उन्होंने इस बात को तो खारिज कर दिया है कि उनकी तरफ से सुप्रिया सुले के खिलाफ कोई टिप्पणी की गई है. लेकिन उन्होंने कहा है कि अगर उनके बयान से किसी महिला को ठेस पहुंची हो तो वे माफी मांगते हैं. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि उन्होंने सिर्फ बीएसएस को बदनाम करने वालों को जवाब दिया है.