जयपुर-मैसूर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सफर कर रही एक महिला के पति ने मदद के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल को 45 बार ट्वीट किया, लेकिन जब उसे मदद नहीं मिली तो उसने गुस्सा निकालते हुए यह लिख दिया कि आपसे अच्छे तो सुरेश प्रभु थे जो समय पर मदद करते थे.
मामला महाराष्ट्र के नागपुर का है. यहां मोहन फकीरचंद की पत्नी ज्योति और उनका बेटा नागपुर से कोटा जाने के लिए ट्रेन में बैठे. उन्हें कोच एस 4 में 63 नंबर बर्थ आरएसी में मिली थी. इस सीट पर कुछ यात्री बैठने नहीं दे रहे थे.
परेशान ज्योति ने ये बात पति मोहन को बताई. इसके बाद मोहन ने ट्विटर अकाउंट से 6 घंटे तक लगातार रेलमंत्री पीयूष गोयल को 45 बार ट्वीट किए. इसके बावजूद उन्हें कोई मदद नहीं मिली. वो कई घंटे तक ट्रेन में टीसी की तलाश करते रहे पर उन्हें कोई रेल कर्मी नहीं मिला.
इससे नाराज होकर मोहन ने पीयूष गोयल को ट्वीट किया कि, "आपसे अच्छा मैनेजमेंट तो पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु का था. यदि वो आज मंत्री होते तो मेरे समस्या का समाधान हो जाता."
इसके कई घंटे बाद रेलवे की नींद खुली और उन्होंने ट्वीट का रिप्लाई किया. हालांकि, महिला की समस्या का समाधान हुआ या नहीं इस बारे में पुष्टि नहीं हो सकी है.
मालूम हो कि पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु ट्विटर के जरिए यात्रियों को मदद पहुंचाने के लिए मशहूर हुए थे. चलती ट्रेन में बच्ची को दूध पहुंचाने का मामला हो, बुजुर्ग के लिए इलाज का इंतजाम या मनचलों की हरकतों पर लगाम लगाना. एक ट्वीट पर सुरेश प्रभु की मदद पहुंच जाती थी.
उनकी इस ट्विटर मुहिम से कई यात्रियों को फायदा पहुंचा था. यही नहीं, पूरा रेलवे अमला भी ट्विटर पर हरदम नजरें जमाए रखता था. पीयूष गोयल के रेल मंत्री बनने के बाद ऐसे कई मामले सामने आए जिसमें ट्विटर पर मांगी गई मदद लोगों तक नहीं पहुंची.