अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं की ओर से महाराष्ट्र सरकार और पुलिस पर सवाल उठाए गए हैं. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि मैं उन लोगों की निंदा करना चाहूंगा जो पुलिस की दक्षता पर सवाल उठा रहे हैं.
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई पुलिस असमर्थ नहीं है. अगर किसी के पास इस मामले के बारे में कोई सबूत है तो वो इसे हमारे पास ला सकते हैं और हम पूछताछ करेंगे. दोषी को सजा देंगे. लेकिन कृपया इस मामले को महाराष्ट्र और बिहार दो राज्यों के बीच विवाद पैदा करने के बहाने के रूप में इस्तेमाल न करें.
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इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सुशांत सिंह केस में राज्य सरकार लापरवाही बरत रही है. इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्ष इंटरपोल या नमस्ते ट्रंप के फॉलोअर्स को भी जांच के लिए ला सकता है. देवेंद्र फडणवीस को समझना चाहिए कि यह वही पुलिस है जिसके साथ उन्होंने पांच साल काम किया है. यह वही पुलिस है जिसने कोरोना के साथ लड़ाई के दौरान कई बलिदान दिए हैं.
15 करोड़ रुपये का हेरफेर
वहीं इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा था कि महाराष्ट्र पुलिस लंबे वक्त से मामले की जांच कर रही है, लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला कि 15 करोड़ रुपया खाते से निकल गया, फिर कैसी जांच हो रही है. दरअसल, बिहार पुलिस ने जब मामले को संभाला तो सुशांत के परिजनों से पूछताछ में ये बात सामने आई कि सुशांत के खाते से कुछ ही वक्त में करीब 15 करोड़ रुपये निकाले गए थे.
सुप्रीम कोर्ट में अपील
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई के फ्लैट में सुसाइड किया था. आरोप लगा कि उन पर दबाव था और वो डिप्रेशन में थे. इस मामले में मुंबई के अलावा अब पटना में केस दर्ज हुआ है और पटना पुलिस इसकी जांच कर रही है. जबकि सुप्रीम कोर्ट में सुशांत की दोस्त रिया चक्रवर्ती की ओर से याचिका दायर कर मामले की एक ही जगह जांच करने की अपील की गई है.