महाराष्ट्र के सांगली स्थित पंचशीलनार के एक सरकारी स्कूल में कक्षा 4 और कक्षा 6 की करीब 50 छात्राओं को टीचर द्वारा पीटने का मामला सामने आया है. इससे नाराज अभिभावकों ने स्कूल पर जाकर जमकर हंगामा काटा. स्थिति बेकाबू देख संजय नगर पुलिस को बुलाया गया. सूचना मिलने पर सांगली नगर निगम की उपायुक्त शिल्पा दरेकर ने भी स्कूल का दौरा किया और स्थिति के बारे में जानकारी ली.
अभिभावकों ने अधिकारी से आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस पर नगर निगम उपायुक्त ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि स्कूल में महिला टीचर विजया शिंगाडे ने द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है. हमने बच्चे, उनके परिजन से बातचीत की है. बच्चों के हाथों पर जो निशान हैं, वो भी मैंने खुद देखे हैं. जो घटना हुई है, वो सच में दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.
एक पीड़ित छात्रा के पिता ने कहा कि सांगली महापालिका के स्कूल नंबर 29 के चौथी और छठी क्लास के बच्चों को उनकी टीचर विजया शिंगाडे ने डंडे से पिटा है, जिसका हम विरोध करते हैं. बाल हक कानून के तहत बच्चों को इस तरह से पीटना गैरकानूनी है. नगर निगम के भ्रष्ट कामकाज के तरीके के कारण यह सब हुआ हैं. जो टीचर दोषी है, उसकी जांच होनी चाहिए. और जब तक जांच पूरी नहीं होती आरोपी टीचर को छुट्टी पर भेजना चाहिए.
कल शाम स्कुल से आने के बाद मुझे मेरे बच्चोने इस मारपीट के बारे में बताया. मुझे पहले लगा कि बच्चों ने कुछ शैतानियां की होगी, इसलिए टीचर ने एकाद फटकार लगाई होगी. मगर जब बच्चे के हाथ पर छड़ी के निशान दिखे तब मुझे इसका सही से पता लगा. और मैं इसकी शिकायत हेड मास्टर से करने के लिए आया तो यहां मेरी कई सारे बच्चों के अभिभावकों के साथ बातचीत हुई. तो पता चला कि सभी बच्चों को बुरी तरह से पिटा गया है.
एक अन्य पेरेंट ने कहा कि मेरी पोती इस स्कूल में पढ़ती है. वो पढ़ने में काफी तेज है. आज तक उसकी कोई शिकायत स्कूल से नहीं आई थी. जब मैंने अपनी जख्मी पोती को देखा तो मुझे बहुत गुस्सा आया. मेरी पोती के हाथ पर मारने निशान थे. हम बच्ची को इसके लिए सूकुल भेजते हैं क्या? इस टीचर को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. जो मासूम बच्चों को इतनी बेरहमी से पिटती है.