मुंबई के घाटकोपर इलाके में 120 फीट ऊंची होर्डिंग गिरने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 70 से ज्यादा लोग अभी घायल है. 15 हजार वर्ग फीट से भी ज्यादा बड़े इस होर्डिंग के गिरने की पूरी घटना वहां मौजूद एक चश्मदीद ने अपने आंखों से देखी और उस भयावह मंजर का जिक्र किया है.
सोमवार की दोपहर को जब यह हादसा हुआ उस वक्त अमित गुपचंदानी नाम के शख्स घाटकोपर में बीपीसीएल पेट्रोल पंप पर अपनी कार में फ्यूल भरवाने के लिए रुके हुई थे, उन्हें इस बात का थोड़ा भी अंदाजा नहीं था कि कुछ ही मिनटों में उनकी जिंदगी बदल जाएगी और वह अजनबियों के लिए मसीहा बन जाएंगे.
गुपचंदानी उस स्थान पर मौजूद कई लोगों में से एक थे, जहां धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश के बाद पेट्रोल पंप के ऊपर 100 फुट लंबा अवैध बिलबोर्ड गिर गया था. बिलबोर्ड गिरने से कई लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 74 लोग अभी भी घायल बताए जा रहे हैं.
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए ठाणे जिले के कारोबारी गुपचंदानी ने कहा, 'घटना के समय मैं अपनी कार में फ्यूल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर था और अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और अचानक होर्डिंग पेट्रोल पंप पर गिर गया, कुछ लोग होर्डिंग के नीचे दब गए और आसपास मौजूद लोग भागने लगे. सौभाग्य से मैं और मेरा दोस्त बाल-बाल बच गए.'
उन्होंने कहा, होर्डिंग के नीचे कई लोग फंसे हुए थे, मैं और मेरा दोस्त उन्हें बाहर निकालते रहे और कुछ पीड़ितों को वहां उपलब्ध वाहन में बिठाते रहे. वहीं इस घटना को लेकर मुंबई नगर निगम के आयुक्त भूषण गगरानी ने पहले कहा था कि होर्डिंग अवैध था क्योंकि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने इसे लगाने के लिए अनुमति नहीं दी थी
एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची और होर्डिंग को हटाने के लिए क्रेन सहित मशीनरी का इस्तेमाल किया गया. वहां अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है. नाम न छापने की शर्त पर एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने कहा, 'लगभग 30 ऑटोरिक्शा सीएनजी भराने के लिए पेट्रोल पंप पर कतार में खड़े थे और बसें और महंगी कारें भी होर्डिंग के नीचे फंसी हुई थीं.'
BMC से नहीं ली थी अनुमति
बता दें कि इस मामले में बीएमसी ने होर्डिंग लगाने वाली एजेंसी को नोटिस जारी किया. बयान में, बीएमसी ने कहा कि वह अधिकतम 40x40 वर्ग फीट के आकार की होर्डिंग की अनुमति देती है. हालांकि, जो अवैध होर्डिंग गिरा, उसका साइज 120x120 वर्ग फीट था. यानी की ये होर्डिंग लगभग 15000 वर्गफीट का था.