महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्वास्थ्य अधिकारियों ने 100 से भी अधिक गर्भपात केंद्रों को नियमों के उल्लंघन के कारण बंद करने का आदेश दिया है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इन 105 केंद्रों के साथ ही 319 सरकारी व निजी सोनोग्राफी केंद्रों में भी नियमों का उल्लंघन पाए जाने के कारण उन्हें बंद कर दिया गया है.
ठाणे के जिलाधिकारी पी वेलारासू की अध्यक्षता में हुई सतर्कता समिति की बैठक में गर्भपात एवं सोनोग्राफी केंद्रों की कार्यप्रणाली से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई. वेलारासू ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से नियमों को सख्ती से लागू कराने को कहा। बैठक के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने जिलाधिकारी के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की.
इस रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुसार जुलाई 2012 में 553 सरकारी व निजी गर्भपात केंद्रों की जांच हुई. इसके बाद लगभग 25 दल बनाए गए जिसमें स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल थे. इनकी जांच के बाद 105 गर्भपात केंद्रों को बंद करने का आदेश दिया गया. गौरतलब है कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार महाराष्ट्र में प्रति हजार लड़कों पर मात्र 883 लड़कियां हैं।