महाराष्ट्र के मुंबई शहर की नींव सदियों पहले रखी गई थी. मुंबई का अधिकतर हिस्सा समुद्र से घिरा हुआ है जिसकी वजह से इसको सेवन आइलैंड्स बॉम्बे भी कहा जाता था मगर समुद्र के इर्द गिर्द होने के बावजूद भी मुंबई में ऐसे कितने ही इलाके हैं, जहां पर सालों से पानी की समस्या है.
ऐसे में पानी की समस्या को सुलझाने के लिए अलग-अलग चीजें भी की जाती हैं. कई तरह की मुहिम भी शुरू की जाती हैं और पानी बचाने के लिए प्रयास भी किए जाते हैं. ऐसे में सेंट्रल रेलवे द्वारा पानी बचाने के लिए एक अनोखी मुहिम शुरू की गई है. इस मुहिम के मद्देनजर सेंट्रल रेलवे ठाणे रेलवे स्टेशन पर प्रति दिन 40,000 लीटर पानी बचाएगा .
ठाणे रेलवे स्टेशन को शून्य सीवेज, शून्य प्रवाह परिसर बनाने के लिए सेंट्रल रेलवे द्वारा स्टेशन पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है. इस प्लांट से प्रतिदिन 40 हजार लीटर पानी को बचाया जाएगा. इस मशीन की मदद से प्रति दिन 5 लाख लीटर सीवेज को रीसाइकल किया जाएगा. जिससे 40 हजार लीटर पानी इस्तमाल के लायक होगा. साथ ही में हर महीने 100 किलो कम्पोस्ट भी रीसाइक्लिंग से तैयार होगा. यह 40 हजार लीटर पानी ठाणे स्टेशन पर गार्डन में पानी डालने के लिए और शौचालयों में इस्तमाल किया जाएगा.
इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को ठाणे रेलवे स्टेशन पर आरसी प्राइवेट कंपनी द्वारा लगाया गया है. इस मशीन की मदद से सीवेज को स्क्रीन चैम्बर से पास किया जाता है और दूसरे प्रोसेस की सहारे पानी को फिर से इस्तमाल के लायक बनाया जाता है.