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मंदिर में सीता को भी मिले समानता का स्थान: तृप्ति देसाई

देश में इन दिनों अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चर्चा जोरों पर है. हर तरफ यह मांग है कि अयोध्या में राममंदिर बनना ही चाहिये. इस बीच तृप्ति देसाई ने कहा है कि कोई भी राम मंदिर सीता मईया और लक्ष्मण की मूर्ति से पूरा होता है.

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तृप्ति देसाई (फाइल फोटो)
तृप्ति देसाई (फाइल फोटो)

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केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री करवाने के लिए कदम उठाने वाली तृप्ति देसाई ने अब अयोध्या में राम मंदिर में सीता मां को स्थान दिलाने के लिये मोर्चा संभाल लिया है.

देश में इन दिनों अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चर्चा जोरों पर है. हर तरफ यह मांग है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना ही चाहिये. इस बीच तृप्ति देसाई ने कहा है कि कोई भी राम मंदिर सीता मईया और लक्ष्मण की मूर्ति से पूरा होता है. भगवान राम जब वनवास पर गए तब सीता माता ने उनका पूरा साथ दिया, लेकिन अयोध्या में सिर्फ जय श्रीराम की ही घोषणाएं दी जाती है.

तृप्ति ने कहा कि हमारे देश में समानता है इसलिए बीजेपी, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद 'जय श्रीराम सीता' ऐसी घोषणा दें. जिस तरह श्रीराम मर्यादा पुरुष थे, उसी तरह सीता माता भी पतिव्रता थीं, लेकिन उनका उल्लेख फिलहाल कोई कहीं भी नही करता.

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उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जल्द ही हम उद्धव ठाकरे से मिलकर उनके सामने अपनी मांग रखेंगे. हिंदू धर्म की महिलाओं का सर्वोच्च स्थान है, सीता माता देवी हैं उन्हें भी घोषणाओं और मंदिर में समानता का स्थान देना चाहिए जो कि अभी होती दिखाई नहीं दे रही है.

बता दें कि हाल में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी के साथ अयोध्या में गए थे. यहां उन्होंने कहा कि वे सरकार को कुंभकर्ण की नींद से जगाने आए हैं और वे राम मंदिर का श्रेय लेने नहीं निर्माण की तारीख जानने आए हैं.

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