मुंबई पुलिस की एक टीम गैंगस्टर प्रसाद पुजारी उर्फ सुभाष विट्ठल को सफलतापूर्वक चीन से भारत लेकर आ गई है. यहां अब हत्या सहित कई मामलों में उससे पूछताछ की जाएगी. वह छोटा राजन गिरोह से भी जुड़ा हुआ था. भारत में वारदातों को अंजाम देने के बाद 44 साल का पुजारी बीस साल पहले फरार होकर चीन भाग गया था.
पुलिस ने बताया कि वह हत्या, रंगदारी और फायरिंग जैसे 8 मामलों में आरोपी है. उसे साल 2004 में गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया. इसके बाद वह भारत छोड़कर चीन भाग गया था और एक चीनी महिला से शादी करके वहीं बस गया था. अपराध शाखा और एंटी एक्सटॉर्शन सेल (एईसी) के पुलिस अधिकारी पिछले कुछ साल से उसकी तलाश कर रहे थे.
पुजारी ने बना लिया था अपना गिरोह
मूल रूप से कर्नाटक के उडुपी के रहने वाला पुजारी अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वाशी (नवी मुंबई) और विक्रोली में रहता था. पुलिस के अनुसार, पुजारी ने शुरुआत में कुमार पिल्लई गिरोह के साथ काम करना शुरू किया. इसके बाद वह कुछ समय के लिए छोटा राजन के गिरोह में शामिल हो गया. बाद में उसने अपना खुद का गिरोह बना लिया था. महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण (एमसीओसी) अधिनियम में वह नामित है.
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मिली 14 दिनों की पुलिस हिरासत
संयुक्त आयुक्त (अपराध) लखमी गौतम के अनुसार, ‘पुजारी कई अलग-अलग आपराधिक मामलों में वांछित था. हमारी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया और सुबह चीन से निर्वासन पर मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित ले आई है. उसके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं. इनमें से एईसी द्वारा पांच और अपराध शाखा की यूनिट 7 द्वारा तीन मामले उसके खिलाफ दर्ज किए गए थे.’
लखमी गौतम ने बताया कि इन मामलों में से दो मामले उसके और उसके गिरोह के सदस्यों द्वारा हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली और गोलीबारी के हैं. हमें अभी भी आगे के विवरण और अन्य मामलों पर उससे जांच और पूछताछ करनी है. इसके लिए हमें 14 दिनों की पुलिस हिरासत मिली है.
नेताओं, व्यापारियों और बिल्डर्स को दी धमकी
उसने समाज में आतंक पैदा करने और अपना वर्चस्व बनाने के लिए जान से मारने की धमकी दी और फिरौती भी मांगी. उसने ठाणे और नवी मुंबई बेल्ट में नेताओं, व्यापारियों और बिल्डर्स को धमकी देना शुरू कर दिया था. यहां तक कि बॉलीवुड हस्तियों को भी निशाना बनाया गया था.
साल 2005 में भारत छोड़ने के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था. बताते चलें कि रेड कॉर्नर नोटिस भगोड़े अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए या सजा काटने के लिए जारी किया जाता है.
2019 की फायरिंग के मामले में हुई गिरफ्तारी
पुजारी की गिरफ्तारी विक्रोली इलाके में दिसंबर 2019 में गोलीबारी के मामले में हुई है. माना जाता है कि पुजारी ने शिकायतकर्ता को शिकायत वापस लेने या परिणाम भुगतने के लिए धमकी दी थी. अप्रैल 2023 में जबरन वसूली विरोधी अधिकारियों द्वारा (उनके नवीनतम) मामले के मद्देनजर हुई है.
उस साजिश में पुजारी और उसकी मां सहित 10 अन्य साथी शामिल थे. पुजारी को चीन से वापस लाने की प्रक्रिया 10 महीने से अधिक समय तक चली. इस काम में सभी एजेंसियों ने मिल-जुलकर काम किया. हमें लगता है कि मांग पूरी नहीं होने पर उसने चीन से कोर्डिनेट किया और इसके बाद गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था.