भारत में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि दो महिलाओं को फांसी दी जाएगी. शनिवार के बाद उन्हें कभी भी फांसी दी जा सकती है. उन पर 13 बच्चों को अगवा करने और उनमें से 9 को मार डालने का आरोप है. यह खबर अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने दी है.
अखबार के मुताबिक, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पिछले महीने उनकी दया याचिका ठुकरा दी थी और तब से अब तक सरकारी कार्रवाई जारी है. यह सारी प्रक्रिया शनिवार को खत्म हो जाएगी.
कोल्हापुर की रहने वाली ये दोनों औरते बहनें हैं और इनके नाम हैं रेणुका शिंदे और सीमा गवित. उन दोनों ने अपनी मां अंजनाबाई गवित के साथ मिलकर बच्चों का अपहरण किया और उन्हें भीख मांगने के लिए मजबूर किया.
जब उनमें से कुछ बच्चे उनके काम के नहीं रहे तो उन्होंने उन मासूमों का कत्ल कर दिया. बाद में वे पुलिस के हत्थे चढ़ गईं. अंजनाबाई की ट्रायल के दौरान यरवदा जेल में ही मौत हो गई. जज ने दोषी महिलाओं के पिता को रिहा कर दिया.