महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना (UBT) के विधायकों की बैठक हुई. मीटिंग के लिए पार्टी के सभी चुने गए विधायक उद्धव के निवास मतोश्री पहुंचे. इस दौरान सर्वसम्मति से आदित्य ठाकरे को दोनों सदनों का नेता चुना गया. इस दौरान भास्कर जाधव को समूह का नेता चुना गया. साथ ही सुनील को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया.
बता दें कि इस चुनाव में आदित्य ठाकरे ने वर्ली सीट 8,000 वोटों से जीत ली है. आदित्य को 60,606 वोट मिले, जबकि उनके सामने खड़े हुए प्रत्याशी शिवसेना (शिंदे गुट) के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को 52,198 वोट ही मिल सके. वहीं, एमएनएस के संदीप देशपांडे को 18,858 वोट मिले.
पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती
बीजेपी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और एनसीपी के साथ एक अप्रत्याशित गठबंधन बनाने का साहसिक दांव खेलने वाले उद्धव ठाकरे के सामने अब पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती है. उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) ने 95 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से वह केवल 20 सीटें जीत सकी है.
नतीजों की वजह नहीं समझ पा रहे उद्धव
एमवीए और अपनी पार्टी के इस निराशाजनक प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा था कि मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि जिन मतदाताओं ने केवल पांच महीने पहले लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को हराया था, उनका मन अचानक कैसे बदल गया.'