मंगलवार रात को एनसीपी-एमएनएस कार्यकर्ताओं के बीच हुए हिंसक झड़प को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे खुलेआम महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के समर्थन में उतर आए हैं.
शिवसेना विधायकों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा, 'बेशक राज ठाकरे की पार्टी के साथ हमारे मतभेद है. लेकिन, विपक्षी नेताओं का यह काम है कि वो सत्ता पक्ष की खामियों को सभाओं में उजागर करते रहे.'
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'अगर कमी उजागर करने पर विपक्षी नेताओं पर पत्थरबाजी होती है तो मैं पुलिस से कहता हूं कि वो कुछ समय के लिए हमारे बीच से हट जाए. हम हमलावरों को देख लेंगे.'
गौरतलब है कि मंगलवार देर रात महाराष्ट्र में एनसीपी और एमएनएस कार्यकर्ता एक दूसरे से सीधे-सीधे भिड़ गए. एनसीपी कार्यकर्ताओं ने अहमदनगर में राज ठाकरे का काफिला रोका और पथराव किया तो एमएनएस कार्यकर्ता भी बौखला गए. मुंबई में रातभर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. एनसीपी के दफ्तर पर पथराव किया तो अजित पवार की फोटो पर कालिख पोतने के बाद पुतले भी जलाए.
हुआ ये था कि सोलापुर की सभा में राज ठाकरे ने एनसीपी नेता अजित पवार को आड़े हाथों लिया. ये बात एनसीपी कार्यकर्ताओं को इतनी नागवार गुजरी कि अहमदनगर में राज ठाकरे का रास्ता रोक लिया गया. यही नहीं राज ठाकरे को काले झंडे दिखाने के साथ काफिले पर पत्थरबाजी भी हुई.
एमएनएस कार्यकर्ताओं का गुस्सा बुधवार को भी नहीं रुका. महाराष्ट्र से कई जगहों से एमएनएस कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ करने की खबर आई.