महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अब सियासी लड़ाई बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव पर आ गई है. बीएमसी के चुनाव होने हैं. महाराष्ट्र की सत्ता से उद्धव ठाकरे की विदाई के बाद अब सूबे की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बीएमसी चुनाव में भी ठाकरे की पार्टी को हराने का दंभ भर रही है. पार्टी में हुई टूट के बाद कमजोर पड़ी पार्टी में उद्धव ठाकरे नया जोश भरने की कोशिश में हैं.
इसी सिलसिले में उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपने आवास मातोश्री पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. उद्धव ने बैठक में नेताओं और कार्यकर्ताओं से बीएमसी चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया. उद्धव ने कहा कि सभी नेता बीएमसी चुनाव की तैयारियों में लग जाए. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार बीएमसी के वॉर्ड का पुनर्गठन करेगी, उन्हें ऐसा करने दो.
उद्धव ठाकरे ने नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि आप जीतने के लिए मैदान में उतरो. उन्होंने ये भी कहा कि बीएमसी की सत्ता हमारे पास थी, हमारे पास है और हमारे पास ही रहेगी. उद्धव ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान दो. गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी दो फाड़ हो गई थी.
एकनाथ शिंदे ने विधायकों के साथ पार्टी से बगावत कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. इसके बाद से शिवसेना के कई वरिष्ठ नेता, बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे की पार्टी में शामिल हो चुके हैं. बदले राजनीतिक हालात में बीएमसी के चुनाव होने हैं. बीएमसी चुनाव अक्टूबर-नवंबर तक ही होने के आसार थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
अब ये अनुमान जताए जा रहे हैं कि बीएमसी के चुनाव 2023 की शुरुआत में हो सकते हैं. बीएमसी चुनाव को लेकर उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ ही बीजेपी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी भी तैयारी में जुट गई है.