महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दादर और नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या मामले में सवाल खड़े किए हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बजट सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए दादर और नगर हवेली से लोकसभा सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या का मुद्दा उठाया.
उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा और पूछा कि क्या जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में सामने आए हैं, वे अपने पदों से इस्तीफा देंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से कहेंगे कि वे दादर और नगर हवेली के अधिकारियों को निर्देश दें कि वे जांच के दौरान मुंबई पुलिस का सहयोग करें. हालांकि उद्धव ठाकरे ने मामले में पुलिस द्वारा की जा रही जांच के बारे में डिटेल्स देने से इनकार कर दिया.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'इस मामले को लेकर वे (बीजेपी) सड़कों पर कोई विरोध प्रदर्शन क्यों नहीं कर रहे हैं जैसे संजय राठौड़ के खिलाफ किया गया? मेरा अनुरोध है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को इस पर भी गौर करना चाहिए और जब मुंबई पुलिस जांच के लिए वहां जाएगी तो सहयोग करना चाहिए.'
दादर और नगर हवेली से सात बार के सांसद मोहन डेलकर 22 फरवरी को दक्षिण मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए थे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आश्चर्य जताया कि सात बार के सांसद ने आत्महत्या कर ली जिन्होंने कई पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है, लेकिन अभी तक इस घटना पर कोई विरोध नहीं हुआ. लेकिन शिवसेना नेता संजय राठौड़ मामले में विपक्ष ने बजट सत्र को बाधित करने की धमकी दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में विपक्ष की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए.
इससे पहले, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी इस मामले को उठाया था. उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि जब बॉलीवुड अभिनेता की मौत होती है या जब बॉलीवुड अभिनेत्री के अनाधिकृत निर्माण को गिराया जाता है तो बहुत हलचल होती है, लेकिन सांसद की आत्महत्या की घटना पर सन्नाटा छाया हुआ है.