रेल किराया बढ़ाने के विरोध पर शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने यू टर्न ले लिया है. उद्धव ने रेल किराया बढ़ाने के फैसले का अब खुल कर समर्थन करते हुए कहा है कि रेलवे सफेद हाथी हो चुका है और इसे संभालना आसान नहीं है.
उद्धव ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है जो एक पल में सब कुछ ठीक कर दें. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन आएंगे, लेकिन थोड़ा वक्त लगेगा. गौरतलब है कि इससे पहले ठाकरे ने कहा था कि वो मोदी से मिलकर रेल किराये में बढ़ोतरी वापस लेने की मांग करेंगे.
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में रेल किराये में बढ़ोतरी के मोदी सरकार के फैसले को जायज करार दिया है. ठाकरे ने कहा है कि मोदी सरकार से जनता को काफी उम्मीदें हैं. ऐसे में यह अपेक्षा की जाती है कि यह किराया वृद्धि आखिरी हो.
'सामना' में लिखा गया है, 'रेलवे की हालत खस्ता है. ये एक ऐसा सफेद हाथी बन चुका है जिसे संभालना मुश्किल होता जा रहा है. और मोदी के पास ऐसी कोई जादुई छड़ी नहीं है कि 2 या 5 दिन में वो सबकुछ ठीक कर देंगे. पिछले 10 सालों में यात्री किराया नहीं बढ़ाया गया है और यात्री किराये में दी जानेवाली सब्सिडी के चलते मंत्रालय को 28 हजार करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है. ऐसे में यात्रियों को अगर सुरक्षा देनी है, सुविधाएं देनी है और एक योग्य माहौल देना है तो बढ़े किराये का बोझ तो उठाना ही होगा.'
उद्धव ने यह भी कहा है कि मुंबई की बढ़ी आबादी, ट्रेनों में बढ़ती भीड़, फेल होते सिग्नल और रेल सिस्टम की हालात सुधारने के लिए ये किराया बढ़ाना काफी जरुरी था. इतना ही नहीं दुनिया के सामने सबसे घटिया रेल सेवा में शुमार भारतीय रेल का स्तर बढ़ाने के लिए किराया बढ़ाया जाना जरूरी था.
कांग्रेस पर निशाना
संपादकीय में कांग्रेस द्वारा रेल किराये में बढ़ोतरी के खिलाफ किए जा रहे विरोध पर भी निशाना साधा गया है. कहा गया है कि यूपीए के कार्यकाल में जो हुआ वो हर किसी ने देखा है और यह बताने की जरुरत नहीं. संपादकीय में लिखा गया है, 'बिहार के एक मंत्री महोदय ने रेल मंत्रालय संभाला तो उसे अराजकता का स्वरुप दिया, वहीं पवन बंसल ने रेल मंत्रालय संभाला तो सीधे उनके रिश्तेदार ने रेल अधिकारियों के प्रमोशन में पैसे कमाने का रास्ता अपना लिया. आलम ये था कि आज विपक्ष में बैठे लोगों के कार्यकाल में रेलवे में केवल लूट मचाई गई.'
मोदी की तारीफ
'सामना' में मोदी की तारीफ करते हुए कहा गया है, 'मोदी के राज में अच्छे दिन आनेवाले हैं. और वो आएंगे लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लगेगा. ऐसे में भरोसा रखें. साथ ही ये किराया वृद्धि आखिरी हो यही जनता की भी मोदी सरकार से अपेक्षा है.'
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को मोदी सरकार ने रेल यात्री किराये में 14.2 फीसदी और माल भाड़े में 6.5 फीसदी वृद्धि करने का ऐलान किया. यह बढ़ोतरी 25 जून से प्रभावी होगी.