
महाराष्ट्र में लंबे समय से चले आ रहे सियासी घमासान का भले ही पटाक्षेप हो गया हो, लेकिन अभी उबाल थमा नहीं है. एकनाथ शिंदे ने भले ही सूबे के सीएम पद की कमान संभाल ली हो, लेकिन उद्धव ठाकरे ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर शिवसेना में सभी पदों से हटा दिया है.
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नाम से एक लेटर जारी करते हुए लिखा कि हाल ही में यह देखा गया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं. इसके साथ ही लेटर में कहा गया कि आपने शिवसेना की सदस्यता छोड़ दी है. इसलिए आपके खिलाफ ये कार्रवाई की जा रही है.
ये भी पढ़ें 'उद्धव ठाकरे हमारे परिवार के मुखिया', बोले बागी गुट के MLA दीपक केसरकर
उद्धव ठाकर ने कहा कि शिवसेना का पक्ष प्रमुख होने पर मैं अपने इस अधिकार का इस्तेमाल करते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के सभी पदों से मुक्त करता हूं.
दरअसल, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों केो साथ लेकर उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ ताल ठोक दी थी. करीब 8 दिन चले घटनाक्रम के बाद उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था, वहीं एकनाथ शिंदे ने बीजेपी का समर्थन लेकर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है.
ये भी पढ़ें महाराष्ट्र: 'हमने कोई गलत काम नहीं किया', BJP के साथ सरकार बनाने पर बोले एकनाथ शिंदे
ठाकरे ने कई अपील कीं पर काम एक न आई
हालांकि सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने बागियों को मनाने के कई प्रयास किए थे. उन्होंने एक भावुक संदेश जारी करते हुए कहा था कि बातचीत के जरिए समाधान निकाला जा सकता है. विधायकों को सिर्फ उनसे बात करने की जरूरत है. परिवार के मुखिया के नाते मुझे आप लोगों की चिंता है. आप लोग दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं. लेकिन उद्धव की ये भावुक अपील भी काम नहीं आई. मसलन, एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है.
ये भी पढ़ें एक शिवसेना के दो दावेदार... एकनाथ शिंदे या उद्धव ठाकरे, कौन होगा बाला साहेब की विरासत का हकदार?
शिंदे बोले- बीजेपी से हमारा नेचुरल अलायंस
एकनाथ शिंदे ने कहा कि अब हम लोग हमारी विचारधारा, बालासाहेब का हिंदुत्व और क्षेत्र के विकास के मुद्दे पर काम करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. बीजेपी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले शिवसेना और बीजेपी के साथ गठबंधन होता था. बीजेपी के साथ हमारा नैचुरल अलायंस है. हमने भी वही रास्ता अपनाया है. हमने कोई गलत रास्ता नहीं अपनाया.
शिवसेना पर भी दोनों गुटों का दावा
उद्धव ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ कार्रवाई की है. लेकिन शिंदे गुट का अपना दावा है. एकनाथ शिंदे खेमा खुद को सच्चा शिवसैनिक और बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व का अनुयायी कहता रहा है. इतना ही नहीं, शिंदे ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद अपनी ट्विटर की डीपी भी बदल ली थी. उन्होंने बाला साहेब के पैरों के पास बैठे हुए फोटो लगाई थी.