कोरोना काल में भ्रष्टाचार और धांधली की कई खबरें सामने आ रही हैं. अब महाराष्ट्र के बुलढाणा से ऐसा ही एक मामला सामने आया है. खामगांव स्थित एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाले वार्ड बॉय पर आरोप है कि वह प्राइवेट कर्मचारियों से पैसे लेकर उन्हें कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट देता था. वार्ड बॉय टेस्टिंग के लिए आए स्वाब में हेराफेरी करता था, जिससे कर्मचारियों को कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट मिल सके. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी दफ्तर में छुट्टी के लिए गलत कोविड रिपोर्ट दिखाते थे और कंपनी से इंश्योरेंस और अन्य मेडिकल क्लेम का लाभ उठाना चाहते थे. पुलिस ने यह दावा किया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी का नाम विजय रखोंडे है, जो खामगांव जनरल हॉस्पिटल में संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करता है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीलेश टापरे की शिकायत के आधार पर आरोपी वार्ड बॉय को गिरफ्तार किया गया है.
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छुट्टी के लिए लैब रिपोर्ट में धांधली!
पुलिस का कहना है कि निजी कंपनी के कुछ कर्मचारियों को पता था कि आरोपी वार्ड बॉय स्वाब बदलकर फर्जी COVID-19 रिपोर्ट बनवाने में मदद करता है. मेडिकल अधिकारी को यह बात बता चली कि वार्ड बॉय पहले से कोविड पॉजिटिव लोगें के स्वाब को कर्मचारियों के स्वाब से बदलता था, जिससे रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वे छुट्टी के लिए आवेदन कर सकें और अन्य बीमा संबंधी सेवाओं का लाभ उठा सकें.
लैब में स्वाब सैंपल बदलता था आरोपी!
पुलिस के मुताबिक आरोपी टेस्टिंग लैब में घुसकर स्वाब ही बदल देता था. इसके बदले में प्राइवेट कर्मचारियों से उसे पैसे मिलते थे. पुलिस ने एक निजी कंपनी के कर्मचारी चंद्रकांत उमाप के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. इसी कर्मचारी ने वार्ड बॉय को दूसरों के लिए भी चार स्वाब का इंतजाम करने को कहा था. खामगांव पुलिस का दावा है कि इस केस में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं. पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है.
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