मुसलमानों से मताधिकार वापस लेने की 'विवादास्पद' मांग पर शिवसेना की ओर से सफाई आई है. पार्टी के एक नेता ने कहा है कि शिवसेना ने सरकार में रहते हुए कभी सत्ता का दुरुपयोग नहीं किया.
शिवसेना के एक पदाधिकारी ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा, 'सरकार में रहते हुए हमने क्या कभी सत्ता का दुरुपयोग किया? क्या आप किसी की विचारधारा या चिंतन प्रक्रिया के खिलाफ मामला दाखिल कर सकते हैं.'
वह शिवसेना के विवादास्पद बयान पर आपराधिक केस दर्ज करने की मांग पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. गौरतलब है कि शिवसेना केन्द्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है और उसने रविवार को अपने मुखपत्र 'सामना' में यह मांग की थी.
पार्टी पदाधिकारी ने कहा, 'जब शिवसेना बालासाहेब और अटलजी (1998-2004) के समय में सरकार (केंद्र में) में थी तो क्या उसने ऐसा कोई कानून बनाया था. 1995-999 में भी हम सत्ता में थे (महाराष्ट्र में). क्या हमने मुस्लिमों को वोट डालने से रोका था?'