महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले एकनाथ खडसे फिलहाल मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. जमीन खरीद से जुड़े एक मामले में उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने समन किया है और खडसे से इस मसले पर पूछताछ की जानी है. एकनाथ खडसे लंबे वक्त तक बीजेपी के नेता रहे हैं, एक महीना पहले ही उन्होंने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ज्वाइन की है और इस बीच उन पर ईडी की जांच की आंच पहुंच गई है.
जिस केस में पूछताछ के लिए एकनाथ खडसे को ईडी ने बुलाया है, दरअसल वो पुणे में MIDC (महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) की एक जमीन डील से जुड़ा है. जांच एजेंसी ईडी का दावा है कि एकनाथ खडसे ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 2 लाख रुपये में जमीन खरीदी और उसे 7 करोड़ में बेचा गया. आरोप ये है कि ये पैसा बाद में उन फर्मों में ट्रांसफर किया गया जो खडसे के परिवार से जुड़ी हैं.
बता दें कि एकनाथ खडसे 2014 में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में राजस्व मंत्री थे. उन पर जब भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोप लगे तो जून 2016 में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा. जिस तीन एकड़ जमीन से जुड़ा ये मामला है वो अप्रैल 2016 में ही खरीदी गई थी.
अप्रैल 2017 में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर एकनाथ खडसे के खिलाफ केस दर्ज किया. उनकी पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के खिलाफ भी केस किया गया. कंस्ट्रक्शन फील्ड से जुड़े हेमंत गवांडे नाम के एक शख्स की शिकायत पर ये केस दर्ज किया गया था, जिसमें हेमंत ने दावा किया था कि खडसे ने पुणे के भोसारी स्थित MIDC की जमीन में फ्रॉड किया.
एकनाथ खडसे का क्या है पक्ष
आजतक से बातचीत में एकनाथ खडसे ने अपने ऊपर लगे भी आरोपों पर जवाब दिया. खडसे ने बताया, ''मुझे ईडी की तरफ से समन मिला है और एजेंसी ने 30 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा है. मेरे परिवार ने पुणे के भोसारी में जमीन खरीदी थी, जिसे बाद में MIDC की जमीन बताया गया लेकिन वो विवादित जमीन है. मेरी पत्नी ने वो जमीन खरीदी थी और उसकी खरीदारी से मेरा कोई डायरेक्ट लिंक नहीं है.''
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एकनाथ खडसे ने ये भी बताया कि पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो और नाशिक एंटी करप्शन ब्यूरो भी पहले इस मामले की पड़ताल कर चुके हैं और क्लोजर रिपोर्ट बॉम्बे हाई कोर्ट में जमा कर चुके हैं जबकि एक टीम जमा कराने की प्रक्रिया में है. इनकम टैक्स विभाग ने भी इस मामले में जानकारी मांगी थी जो हम उन्हें पहले ही दे चुके हैं.
अपने बचाव में बात रखते हुए एकनाथ खडसे ने ये भी बताया कि इस मामसे की जांच न्यायिक आयोग भी कर चुका है. चार बार पहले ही जमीन डील की जांच हो चुकी है और ईडी इसकी जांच कर रही है. खडसे ने कहा कि मैंने पहले भी सभी जांच एजेंसियों को सहयोग किया है और अब ईडी की जांच में भी सहयोग करूंगा.
(मुनीष पांडे और दिव्येश सिंह के इनपुट के साथ)